जिले में धरातल पर नहीं उतर सकी सरफेस वाटर स्कीम
पेज तीन की लीडपेज तीन की लीड हिन्दुस्तान विशेष कैबिनेट से सरफेस वाटर स्कीम को अब तक नहीं मिल सकी है मंजूरी 12 ड्राईजोन पंचायत हैं जिले में घोषित 60

बांका। निज प्रतिनिधि। बांका जिले को प्रकृति ने नदियों, वनों एवं पहाड व पठार की सौगात दी है। लेकिन यहां पहाड व पठार का बडा भू-भाग लोगों के लिए मर्म बन गया है। ये ऐसे इलाके हैं जहां भूगर्भ में जल ही नहीं है। इसको लेकर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचइडी) की ओर से जिले के 12 पंचायतों को ड्राइजोन घोषित कर दिया गया है। इसमें बेलहर प्रखंड के 7 पंचायत एवं चांदन प्रखंड के 5 पंचायत शामिल हैं। जिसके दायरे में 60 गांव आते हैं। जहां सरफेस वाटर स्कीम के तहत हनुमाना (बडुआ) डेम से पेयजल की आपूर्ति की जानी है। सूबे में बांका के अलावे 12 जिलों में भी सरफेस वाटर स्कीम से पेयजल की आपूर्ति की जानी है। इसके लिए पीएचइडी की ओर से वित्तीय वर्ष 2023-24 में ही सरफेस वाटर स्कीम के प्रोजेक्ट को मंजूरी के लिए राज्य मुख्यालय भेजा गया था। लेकिन प्रोजेक्ट को अब तक कैबिनेट की मंजूरी नहीं मिलने की वजह से सरफेस वाटर स्कीम धरातल पर नहीं उतर सकी है। ऐसे में इस बार भी गर्मी में यहां के लोगों को जल संकट के दौर से गुजरना होगा। जबकि यहां गर्मी के शुरूआती दौर में ही भू-जल स्तर 4 फीट तक नीचे चला गया है। अक्टूबर में जिले का औसत भूजल स्तर 23 फीट था, जो अभी घटकर 27 फीट 3 इंच पर पहुंच गया है। जिससे पहाडी व पठारी इलाकों के साथ ही मैदानी इलाकों के लोगों को भी जल संकट से जूझना पड रहा है।
400 करोड की है सरफेस वाटर स्कीम
जिले के 12 ड्राइजोन पंचायतों के 60 गांवों में सरफेस वाटर स्कीम के तहत करीब 400 करोड की राशि से पेयजल की आपूर्ति किये जाने की योजना तैयार की गई है। जहां 700 फीट गहराई पर भी पानी नहीं है। यहां कई बार बोरिंग कर भूजल स्तर तक पहुंचने का प्रयास किया गया। लेकिन सफलता नहीं मिली। यहां नल जल योजना भी पूरी तरह फ्लॉप रहा। जिसके बाद विभाग ने सरफेस वाटर स्कीम से इन चयनित गांवों में पाईप लाइन के जरिये बडुआ जलाशय से पानी पहुंचाये जाने की योजना तैयार की है।
गंगा से बडुआ जलाशय में पहुंचाई जायेगी पानी
बाढ के समय में गंगा नदी का अतिरिक्त पानी बांका जिले के बडुआ जलाशय एवं मुंगेर जिले के खडगपुर जलाशय में लाया जायेगा। इसके लिए कैबिनेट ने 1866 करोड 11 लाख की योजना को मंजूरी दे दी है। ऐसे में अब ड्राइजोन के दायरे में आने वाले गांवों में आसानी से बडुआ जलाशय का पानी पहुंचाया जा सकेगा। इससे इन इलाकों के लोगों को पेयजल संकट से नहीं जूझना पडेगा। वहीं, सिंचाई की समस्या भी दूर होगी।
इन पंचायतों में बडुआ जलाशय से की जानी है पानी की आपूर्ति
सरफेस वाटर स्कीम के तहत बेलहर प्रखंड के बसमत्ता, बेलहर, तरैया, रधुनाथपुर, साहबगंज, लौढिया एवं घोरबहियार पंचायातें के गांवों में पानी की सप्लाई की जानी है। इसके अलावा चांदन प्रखंड के बरफेरा तेतरिया, दक्षिणी कसबा वसीला, धुनबसार, बोरा सुईया एवं उत्तरी कसबा वसीला पंचायत में भी बडुआ जलाशय से पानी पहुंचाये जाने की योजना है।
सूबे में बांका सहित 13 जिलों में सरफेस वाटर स्कीम को धरातल पर उतारा जाना है। इसके लिए प्रस्ताव को राज्य मुख्यालय भेजा गया है। जहां प्रस्ताव को कैबिनेट से स्वीकृति मिलते ही जिले में योजना की शुरूआत कर दी जायेगी। इस योजना से बेलहर एवं चांदन प्रखंड में ड्राइजोन के दायरे में आने वाले 12 पंचायतों के करीब 69 गांवों में बडुआ जलाशय से पानी पहुंचाये जाएंगे।
ई.संतोष कुमार सिंह, कार्यपालक अभियंता, पीएचइडी, बांका
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