सुईया बाजार में मुख्य मार्ग पर अतिक्रमण, बढ़ रही है दुर्घटना की आशंका
बोले बांकाबोले बांका प्रस्तुति- कविन्द्र कुमार सिंह सुल्तानगंज-देवघर मुख्य मार्ग होने की वजह से रोज दौड़ती है हजारों वाहन बाजार में दो गा
कटोरिया (बांका), निज प्रतिनिधि। सुल्तानगंज-देवघर मुख्य मार्ग पर चांदन प्रखंड अंतर्गत सुईया बाजार में हाट का अतिक्रमण और अव्यवस्थित यातायात व्यवस्था कभी भी दुर्घटनाओं का कारण बन सकती है। इस व्यस्तम मार्ग पर जहां पहले से ही वाहनों की भारी आवाजाही रहती है, वहीं बाजार में हाट लगाने से सड़क की संकीर्णता और बढ़ गई है। हाट के दिनों के अलावा भी सड़क किनारे सब्जी और फल की दुकानों का अतिक्रमण होता है। इन दुकानों के कारण सड़क पर भीड़ और अव्यवस्था बढ़ जाती है, जिससे यातायात की स्थिति और भी जटिल हो जाती है। इस कारण लोगों के लिए बाजार में बिक्री या खरीदारी करना जोखिम से भरा हो जाता है, क्योंकि सड़क पर भीड़भाड़, वाहनों का आना-जाना, और पैदल यात्रियों का आवाजाही करते हुए अचानक से सड़क पर आना दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है। स्थानीय लोग और यात्री लंबे समय से प्रशासन से हाट को मुख्य सड़क से हटाकर एक सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन इस ओर कोई पहल नहीं हो रही है। स्थिति यह है कि जब भी कोई बड़ी गाड़ी किसी एक दिशा से आती हैं तो सड़क पर सामने से आ रही गाड़ी के गुजरने की जगह नहीं बचती है। नतीजन जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसके कारण यातायात पूरी तरह से प्रभावित हो जाता है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। जबकि सप्ताह के दो दिन सोमवार और गुरुवार को बाजार की सड़कों के किनारे ही हाट लगता है। हाट लगाने के कारण सड़क की चौड़ाई और भी कम हो जाती है। बाजार में भारी भीड़ और वाहनों की आवाजाही भी बढ़ जाती है, जिससे गाड़ियां रेंगते हुए बाजार को पार करती है। स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने कई बार इस मुद्दे को उठाया है और जिला प्रशासन से मांग की है कि हाट को सुरक्षित और व्यवस्थित स्थान पर स्थानांतरित किया जाए। इसके बावजूद प्रशासन अब तक इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठा पाया है, जिसके कारण स्थिति जस की तस बनी हुई है। यह मार्ग सुल्तानगंज से देवघर को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है। जिस वजह से यात्री बसों के अलावा रोजाना सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं की वाहनों का आवाजाही इसी मार्ग से होकर गुजरता है। इसके अलावा यहां से बोड़वा-झाझा जैसे क्षेत्रों के लिए भी वाहनों का आवागमन होता है। इस मार्ग पर लगातार छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। जबकि बाजार के बीचों बीच यात्री बसों का ठहराव होता है। यात्री बसों से उतरने के लिए सड़क के बीचों बीच आ जाते हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा और बढ़ जाता है। गौरतलब है कि हाट के लिए सरकारी जमीन भी यहां उपलब्ध है, इतना ही नहीं सुरक्षा के दृष्टिकोण से उक्त जमीन पर घेराबंदी भी की गई है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि पहले इस मुद्दे को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कई बैठकें हुई थीं, जिसमें यह निर्णय लिया गया था कि हाट को बाजार के मुख्य मार्ग से हटाकर जिला परिषद भवन के पास स्थित मैदान में शिफ्ट किया जाएगा। लेकिन, यह निर्णय सिर्फ कागजों तक ही सीमित रहा और अब तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।
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