Hindi Newsबिहार न्यूज़बांकाSix hundred bodies burnt in two months in Mandar

मंदार में दो माह में जलाए गए छह सौ शव

बांका गोड्डा दुमका आदि जिलों के शवों का अंतिम संस्कार होता है मंदार मेंबांका गोड्डा दुमका आदि जिलों के शवों का अंतिम संस्कार होता है मंदार...

Newswrap हिन्दुस्तान, बांकाSun, 23 May 2021 04:15 AM
share Share

बौंसी(बांका)। निज संवाददाता/ हरिनारायण सिंह

बांका जिले के प्रमुख श्मशान घाट मुक्तिधाम मंदार में पिछले साल के मुकाबले इस साल अचानक 7 गुना अधिक शव जलाने में वृद्धि हो गई। अप्रैल और मई माह में तो यहां पर सारे रिकॉर्ड टूट गए। पापहरनी स्थित मुक्तिधाम में पिछले 2 माह के दौरान करीब 600 लोगों के शव जलाए गए। सबसे ज्यादा 20 अप्रैल के बाद ही शव यहां आ रहा है। बांका जिले के अलावे पड़ोसी राज्य झारखंड के गोड्डा, हंसडीहा, मोतिया, डुमरिया, सरैयाहाट, पोड़ैयाहाट सहित अन्य जगहों से लोग यहां आकर शव को जलाते थे। स्थानीय विजय कुमार एवं सावन ने बताया कि पिछले तीन-चार दिनों से काफी राहत मिली है और दो चार शव ही प्रतिदिन मंदार पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को पिछले 1 सप्ताह के अंदर सबसे ज्यादा 7 शव जलाए गए। जबकि शनिवार को मात्र 2 लोगों के ही शव जलाने के लिए मंदार पहुंचे। भागलपुर व सुल्तानगंज गंगा घाट पर भीड़ के वजह से लोग मंदार में ही शव जलाते हैं।

नहीं हो सका हाईटेक शवदाह गृह चालू

मंदार पर्वतों तराई में वर्ष 2012 में ही हाईटेक शवदाहगृह का निर्माण करीब 50 लाख की लागत से किया गया, लेकिन यह अबतक चालू नहीं हो पाया है। इस वजह से यह लोगो को पुराने श्मशान घाट में शव को जलाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालत ऐसी है कि रात में शव को अंधेरे में जलाना पड़ता है। हाई मास्ट लाइट शोभा की वस्तु बनकर रह गई है। यहां तक कि शमशान घाट पर पीने का पानी की भी व्यवस्था नहीं है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें