बांका : खुलासा: रुपये के लेन-देन में अपहृत सेवानिवृत्त एएनएम की हत्या
भागलपुर में सुल्तानगंज की एक सेवानिवृत्त एएनएम का शव बांका जिले के बदुआ कुमरैल घाट से मिला। पुलिस ने मामले में राजीव रंजन और उसके सहयोगियों को गिरफ्तार किया। जांच में पता चला कि महिला की हत्या 27...
भागलपुर, कार्यालय संवाददाता। सुल्तानगंज की रहने वाली अपहृत महिला के बांका जिला के बदुआ कुमरैल घाट से शव मिलने के मामले का खुलासा एसपी सिटी शुभांक मिश्रा ने किया। इस मामले में बिशनपुर निवासी राजीव रंजन, दिलीप गिरी उर्फ कांकटा, कुमरैल निवासी श्रवण कुमार, डुमरिया निवासी संतोष यादव और बेलहर निवासी अजय कुमार मांझी को छह मोबाइल, घटना में प्रयुक्त चाकू, मृतक का स्वेटर और स्कार्फ बरामद कर लिया गया है। 30 दिसंबर को सुधीर प्रसाद ने सुल्तानगंज थाना में लिखित आवेदन दिया था कि महिला जमुई के लिए निकली थी, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा है। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया था। गुरुवार को महिला का शव बांका जिला के बदुआ कुमरैल घाट से बरामद किया गया था।
27 दिसंबर को की गई थी महिला की हत्या
पुलिस के अनुसंधान में पता चला कि राजीव रंजन और मृतक महिला के बीच सरकारी नौकरी लगाने के लिए रुपये का लेन-देन हुआ था। इसी विवाद को लेकर राजीव रंजन ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया। चाकू से हत्या करने से पहले महिला के साथ दुष्कर्म भी किया गया। मृतक महिला राजीव रंजन की चचेरी मामी लगती थी। एसपी सिटी ने बताया कि महिला की हत्या 27 दिसंबर की रात्रि को ही कर दी गई थी। मृतक महिला के मोबाइल का सिम राजीव रंजन के मोबाइल में लगा हुआ मिला।
एएनएम हत्याकांड: मुख्य आरोपी ने कई लोगों से लिया था नौकरी लगाने के नाम पर पैसा
बेलहर(बांका), निज प्रतिनिधि।
सुलतानगंज की सेवानिवृत्त एएनएम हत्याकांड का मुख्य आरोपी राजीव रंजन दास का कोई अपराधिक इतिहास नहीं रहा है, लेकिन वह कई लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर ठगी कर चुका है। गांव में इस बात की चर्चा हो रही है। राजीव अपने घर में एक किराना दुकान चलाता था। एक मैजिक का मालिक था। इसी साल एक नया ट्रैक्टर भी लिया था। जिससे जोत में कमाई कर रहा था। राजीव रंजन दास की दो पत्नियां हैं। एक जातीय और एक अंतरजातीय विवाह किया था। रिश्ते में मामी लगने वाली दिवंगत एएनएम से उसका कई वर्षों से संपर्क था और जमुई आने पर उसका भी आना-जाना लगा रहता था। गांव में भी यह चर्चा है कि कई लोगों से राजीव रंजन दास ने नौकरी दिलाने के नाम लाखो रुपए लिए थे। लेकिन किसी को नौकरी नहीं मिली थी। इस कारण आए दिन किसी न किसी से झगड़ा भी हो जाता था।
चर्चा के मुताबिक गांव में यह कोई खास विवादित इंसान नहीं रहा और कोई आपराधिक इतिहास नहीं रहा। इस घटना से लोग हैरानी में हैं। राजीव रंजन दास ने भी पुलिस के सामने कबूल किया था कि एएनएम द्वारा की जा रही ठगी के धंधे से वह प्रभावित हुआ था और रातों रात लाखपति करोड़पति बनने का सपना देखकर इस धंधे में शामिल होकर लोगों को फंसना शुरू कर दिया था। बताया जाता है कि नौकरी नहीं मिलने पर ठगे जाने की बात सामने आने पर लोगों द्वारा वापस रुपए मांगे जाने लगे थे और एएनएम द्वारा राशि वापस नहीं किये जाने से परेशान होकर राजीव ने ऐसा खतरनाक कदम उठाया। इसका परिणाम इतना भयानक और दर्दनाक होगा उसने कभी सोचा भी नहीं था। मालूम हो कि पांच दिनो पूर्व अपहृत सुलतानगंज की रिटार्यड एएनएम का सिर कटा शव गुरुवार को बेलहर में नदी से बरामद किया गया। बाद में सिर भी पुलिस ने बरामद किया। हत्याकांड के आरोपियों ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि रेप के बाद महिला की हत्या की गई। इधर बेलहर एसडीपीओ राजकिशोर कुमार ने बताया कि मामले में एफआईआर सुलतानगंज थाना में दर्ज किया गया है। सुलतानगंज पुलिस सभी पांच आरोपियों को अपने साथ ले गई।
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