चांदन नदी पर होगा डायवर्सन का निर्माण
2 करोड़ की लागत से होगा डायवर्सन का निर्माण
2 करोड़ की लागत से होगा डायवर्सन का निर्माण डीपीआर तैयार करने में जुटी एनएच विभाग टेंडर प्रक्रिया में पहुंच जायेगा अगले सप्ताह तक बाइक व कार के परिचालन को मिलेगी डायवर्सन पर अनुमति
बांका। हिन्दुस्तान प्रतिनिधि
जिलेवासी धैर्य रखें। क्योंकि एनएच 333 ए के अधीन चांदन पुल धंसने के बाद अब विभाग पुल के समीप ही चांदन नदी पर वैकल्पिक इंतजाम के तौर पर डायवर्सन का निर्माण करने जा रहा है। विभाग इसको लेकर डीपीआर तैयार कर रहा है। जिसे अगले दो दिनों के अंदर फाइनल टच दे दिया जायेगा। वहीं अगले सप्ताह टेंडर प्रक्रिया में भेजा जायेगा, ताकि जल्द से जल्द एजेंसी का चयन कर उन्हें कार्य आवंटित किया जा सके। विभाग का कहना है कि डायवर्सन निर्माण में कम से कम दो माह लगेगा। ऐसे में पूरी तन्मयता के साथ जुटे है, ताकि मानसून दस्तक देने के पूर्व निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाय। बता दें कि, झारखंड व बंगाल से जोड़ने वाली व लाइफलाइन कहे जाने वाली चांदन पुल के दोबारा धंसने से पुल पर आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया गया है। इससे एक ओर जहां आमलोगों को ढाकामोड़ जाने के लिए सात किलोमीटर के बजाय 30 किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय से प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों का नाता भी टूट गया है। स्थिति यह है कि नदी के समीप बसे गांवों के ग्रामीणों को नदी पार कर अपना घर पहुंचना पड़ रहा है। सात मीटर चौड़ा होगा डायवर्सनविभाग से मिली जानकारी के अनुसार, डायवर्सन दो करोड़ की लागत से बनेगा। डायवर्सन की चौड़ाई सात मीटर एवं लंबाई करीब 700 मीटर होगी। जहां बाइक व छोटी-मोटी कार के परिचालन को अनुमति दी जायेगी। विभागीय अधिकारी ने बताया कि डायवर्सन पर भारी वाहन का परिचालन नहीं होगा। नये पुल निर्माण के बाद भी बांका-ढाकामोड़ मुख्य मार्ग पर भारी वाहनों का परिचालन शुरू किया जा सकेगा। चांदन पुल धंसने से बड़ी परेशानी चांदन पुल के दोबारा धंसने से एक ओर जहां उक्त पुल पर परिचालन पूर्णत: बंद कर दिया गया है। वहीं दूसरी ओर जिलेवासियों की परेशानी काफी बढ़ गई है। खासकर, इसका सीधा असर बांका के व्यवसाय पर पड़ गया है। दरअसल, झारखंड व बंगाल से बांका तक आनी वाली वाहनों की दूरी भी पुल धंसने की वजह से बढ़ गई है।दीवार है छोटा, छलांग रहे लोग पुल धंसने के बाद पुल पर पैदल चलने की भी अनुमति नहीं है। इसको लेकर एनएच विभाग की ओर से ईंट की दीवार देकर बैरिकेटिंग तो किया है, लेकिन उंचाई कम होने की वजह से पैदल व साइकिल से चलने वाले आमलोग उसे छलांग मारकर पार कर रहे है। ऐसे में कभी भी हादसा हो सकता है। कोट. . . चांदन पुल धंसने से आवागमन पूरी तरह बंद हो गया है। परिचालन प्रारंभ के लिए करीब दो करोड़ की लागत से डायवर्सन निर्माण कराया जायेगा। डीपीआर तैयार किया जा रहा है। जल्द ही टेंडर प्रक्रिया कर कार्य एजेंसी का चयन करते हुए निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा। वहीं पुल पर आमलोग पैदल भी नहीं चले, इसके लिए ईंट की दीवार (बैरिकेटिंग) उंची करने का निर्देश दिया गया है। - राजकुमार, कार्यपालक अभियंता एनएच भागलपुर
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