अस्ताचलगामी सूर्य को दिया अर्ध्य, मांगी परिजनों की खुशहाली
पेज चार की लीडपेज चार की लीड बांका, नगर प्रतिनिधि लोक आस्था का महापर्व चैती छठ के तीसरे दिन गुरुवार को भगवान भाष्कर को अर्ध्य देने के लिए

बांका, नगर प्रतिनिधि। लोक आस्था का महापर्व चैती छठ के तीसरे दिन गुरुवार को भगवान भाष्कर को अर्ध्य देने के लिए जिले भर के नदी तालाबों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। व्रती महिलाओं में पानी में खड़े होकर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य देकर परिजनों के खुशहाली की कामना की। पूजा को लेकर सुबह से ही महिलाएं अपने घरों में पकवान आदि तैयार करने में जुट गई।वहीं शाम से पूर्व पूजन सामग्री लेकर विभिन्न नदी व तालाब पर पहुंची। जहां घाट पर सबसे पहले दीपक जलाकर छठ मईया की पूजा की। उसके बाद अपने सगे संबंधियों सहित पानी में उतरकर बांस की टोकरी व सुप में मौसमी फल अदरक, कच्ची हल्दी, पकवान के साथ जलता हुआ दीपक रखकर डूबते हुए सूर्य के अंतिम किरणों को अर्ध्य दिया। इसके बाद भगवान भाष्कर एवं छठी मईया से अपने परिजनों के खुशहाली की कामना की। इस दौरान घाटों पर छठ मईया एवं भगवान भाष्कर के जयकारे से पूरा वातावरण गूंजयमान हो उठा। वहीं शुक्रवार को उदीयमान सूर्य को अर्ध्य देकर व्रती 36 घण्टे का निर्जला उपवास तोड़ेगी। इधर चैती दुर्गा, छठ एवं रामनवमी को लेकर बाजार में लोगों की चहल-पहल बढ़ गई है। शहर के पूजा सामग्री एवं फल की दुकानों पर लोगों की अधिक भीड़ देखी जा रही है। इस महापर्व पर बाजार में चारों ओर रौनक की रौनक देखने को मिल रही है। हालांकि इस बार फल और पूजन सामग्री की कीमतें आसमान छू रही है। बावजूद महंगाई पर आस्था भारी पड़ रहा है। लोग अपनी जरूरत के मुताबिक फल एवं पूजन सामग्री की खरीदारी कर रहे हैं।
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