आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से छात्रों को सिखाया जा रही अंग्रेजी
बेतिया के गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज कुमारबाग में छात्रों को अंग्रेजी सिखाने के लिए लैंग्वेज सॉफ्टवेयर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का उपयोग किया जा रहा है। यह तकनीक छात्रों की व्याकरण,...
बेतिया/कुमारबाग। आज के डिजिटल युग में तकनीक ने शिक्षा के हर क्षेत्र में अपनी जगह बना ली है। विशेष रूप से इंजीनियरिंग कॉलेजों में जहां छात्रों के पास तकनीकी ज्ञान तो होता है, लेकिन उन्हें अपने विचारों और परियोजनाओं को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने के लिए अंग्रेजी में दक्षता की जरूरत होती है। इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए, लैंग्वेज सॉफ्टवेयर का उपयोग एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है।गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज कुमारबाग में लैंग्वेज सॉफ्टवेयर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस , वॉयस रिकग्निशन, मशीन लर्निंग का उपयोग करके छात्रों को अंग्रेजी सिखाया जा रहा है। सोफ्टवेयर का उपयोग न केवल व्याकरण और शब्दावली में सुधार के लिए किया जा रहा है, बल्कि उच्चारण, संचार कौशल और लेखन क्षमताओं को भी बेहतर बनाने में मदद कर रहा है। लैंग्वेज लैब में उपयोग किए जा रहे सोफ्टवेयर के बारे में बात करते हुए प्राचार्य डॉ. विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि ग्रामीण पृष्ठभूमि के छात्रों को अंग्रेजी सीखने में विशेष रूप से दिक्कत होती है, क्योंकि उनकी प्राथमिक शिक्षा उनकी मातृभाषा में हुई होती है। इसके अलावा,व्यस्त पाठ्यक्रम और समय की कमी भी एक बड़ी बाधा है। ऐसे में लैंग्वेज सॉफ्टवेयर उनकी मदद करता है, क्योंकि यह छात्र को खुद से अभ्यास करने का अवसर देता है। वहीं लैंग्वेज लब के नोडल ऑफिसर पंकज कुमार ने बताया कि लैंग्वेज सॉफ्टवेयर का उपयोग छात्रों के शैक्षिक और व्यावसायिक विकास में बदलाव ला रहा है। यह न केवल उन्हें वैश्विक मानकों पर तैयार कर रहा है बल्कि अधिक सक्षम और सफल बनाने में भी सहायक होगा।
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