जिले के 5000 से ज्यादा शिक्षक बने विशिष्ट शिक्षक
बेतिया में, 2025 के शुरुआत में 5000 से अधिक नियोजित शिक्षकों को विशिष्ट शिक्षक का दर्जा मिला। इससे उन्हें नई पहचान और राज्यकर्मी की सुविधाएं मिलीं। सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण शिक्षकों को एक से सात...
बेतिया। दो दशक से अधिक समय से चल रहे नियोजित शिक्षकों के संघर्ष का फलाफल उन्हें वर्ष 2025 के शुरू होते ही मिल गया। नववर्ष के पहले सप्ताह में जिले के 5000 से अधिक शिक्षक विशिष्ट शिक्षक का दर्जा हासिल कर चुके हैं।इसी के साथ इन शिक्षकों को नई पहचान मिल गई है। स्कूलों में नए सिरे से योगदान के बाद ये शिक्षक अब विशिष्ट शिक्षक बन गए हैं। विशिष्ट शिक्षक बनते ही ये शिक्षक न केवल राज्यकर्मी बन गए हैं बल्कि इनके नाम के साथ लगा नियोजित शिक्षक का ठप्पा भी हट गया है।अब विशिष्ट शिक्षक के रूप में इन्हें वह सभी सुविधाएं मिलेंगी जो एक राज्यकर्मी को दी जाती हैं। सक्षमता परीक्षा के पहले चरण में उत्तीर्ण शिक्षकों की सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद विभाग ने एक से सात जनवरी तक नए सिरे से अपने अपने विद्यालय में योगदान करने का निर्देश जारी किया था। इसके लिए एक से साल जनवरी तक की समय-सीमा निर्धारित की गई थी।लेकिन जिले के 60 फीसद से अधिक शिक्षकों ने पहले ही दिन यानी एक जनवरी को ही योगदान कर लिया। वहीं बाकी बचे दिनों में भी योगदान की प्रक्रिया जारी है। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पांच जनवरी तक कुल 6474 शिक्षकों में करीब 97 फीसद से अधिक शिक्षकों ने योगदान कर लिया है। शेष बचे दो दिनों में यह आंकड़ा शत-प्रतिशत पूरा होने की संभावना है।
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