तीन माह बाद परिजनों को मिला बेटे का शव
बेतिया के गोपालपुर थाना क्षेत्र के छरदवाली गांव निवासी आशिक हुसैन का शव तीन महीने बाद न्यायालय के आदेश पर परिवार को सौंपा गया। उसकी हत्या प्रेम-प्रसंग के चलते की गई थी। पुलिस ने अज्ञात अपराधियों के...
बेतिया/मनुआपुल। प्रेम-प्रसंग में मौत के घाट उतारे गए गोपालपुर थाना के छरदवाली गांव निवासी अनवर हुसैन के पुत्र आशिक हुसैन का शव तीन माह बाद न्यायालय के आदेश पर परिजनों को सौंप दिया गया है। सिरिसिया पुलिस ने मंगलवार को मिश्रौली-सुगौली मुख्य नहर खैरवा टोला के समीप दफन किए गए आशिक हुसैन के शव को निकलवाकर परिजनों को सौंप दिया है। मामला यह है कि 30 सितंबर की सुबह सिरिसिया थाना क्षेत्र के जिनवलिया बाबु टोला गरभुआ जाने वाली पक्की सड़क के किनारे झाड़ी से पुलिस ने एक अज्ञात युवक का शव बरामद किया था। अपराधियों ने साक्ष्य छुपाने के लिए शव के चेहरे को जला दिया था। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात अपराधियों के विरूद्ध हत्या मामला दर्ज किया था। उसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया। शव की पहचान नहीं होने पर 72 घंटे बाद शव को मिश्रौली सुगौली मुख्य नहर खैरवा टोला के समीप दफना दिया था । बाद में मृत युवक के परिजनों ने मामले का खुलासा किया कि उनके पुत्र की हत्या प्रेम-प्रसंग में करने के बाद साक्ष्य मिटाने के लिए शव को सिरिसिया थाना क्षेत्र में फेंक दिया था। इस मामले में शामिल अपराधियों को 27 नवंबर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस मामले में लापरवाही बरतने पर तत्कालीन थानाध्यक्ष मदन कुमार मांझी को एसपी ने निलंबित कर दिया था। परंतु मृतक आशिक हुसैन का शव उनके परिजनों को नहीं सौंपा गया था। परिजनों ने शव देने के लिए न्यायालय से गुहार लगायी थी। न्यायलय ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव को निकाल परिजनों को सौपने का आदेश दिया था। न्यायालय के आदेश पर मंगलवार को चनपटिया के अंचलाधिकारी कमलाकान्त सिंह के नेतृत्व में थानाध्यक्ष रविकांत कुमार, अपर थानाध्यक्ष लालदेव दास समेत अन्य पुलिस कर्मी नहर किनारे जेसीबी लेकर पहुंचे।
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