सामूहिक विवाह से दहेज की प्रथा पर लगेगी रोक
सामूहिक विवाह से दहेज प्रथा जैसी समाज की बीमारी पर हम चोट कर सकते हैं। उक्त बातें नगर परिषद् की सभापति गरिमा देवी सिकारिया शनिवार रात सामूहिक विवाह समारोह में कही। हरिवाटिका के शिव मंदिर परिसर में...
सामूहिक विवाह से दहेज प्रथा जैसी समाज की बीमारी पर हम चोट कर सकते हैं। उक्त बातें नगर परिषद् की सभापति गरिमा देवी सिकारिया शनिवार रात सामूहिक विवाह समारोह में कही। हरिवाटिका के शिव मंदिर परिसर में शनिवार की रात आयोजित 15 कन्याओं के सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया।
उन्होंने कहा कि सामाजिक महत्व के इतने बड़े आयोजन में दहेजमुक्त सामुहिक विवाह करने वाली हरिवाटिका शिव मंदिर विवाह सेवा समिति समाज मेेें एक मिसाल पेश कर रही है। गरीब कन्याओं का सामुहिक विवाह का सिलसिला दस साल से जारी रहना एक सुखद कीर्तिमान है। इसके लिये समिति के सामुहिक प्रयासों की जितनी भी प्रशंसा की जाय वह कम ही होगी। समारोह में शामिल हजारों व विशेष कर महिलाओं की भीड़ से सभापति ने कहा कि आप में से सैकड़ों ने अपनी शादी के समय अपने पिता-माता या अन्य अभिभावगण की पीड़ा को महसूस किया व करीब से देखा होगा। बावजूद इसके आप अपने बेटे की शादी को सौदेबाजी बनने से रोकने के लिये आगे नहीं आतीं। कई बार दहेज की लालच में बेमेल विवाह भी हो जाते हैं। हम महिलाओं को आज यहां से यह संकल्प लेकर ही जाना चाहिए कि हम अपने बेटों की शादी में दहेज की सौदेबाजी अब नहीं होने देंगे। क्योंकि ऐसी विवाह समितियों के हर साल लगे रहने के बावजूद विवाह योग्य हजारों कन्याओं का विवाह नहीं हो पाता है। आप सब से मेरी करबद्ध प्रार्थना होगी कि अपनी जानकारी की विवाह योग्य लड़कियों की शादी में अपने प्रयासों का योगदान देकर पुण्य की भागी बनें। ताकि दहेजमुक्त विवाह एक सामाजिक आंदोलन
बन सके।
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