जांच में पीएचसी में मिली अनियमितता
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण शनिवार को जिला अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के नेतृत्व में जिला की टीम ने किया । निरीक्षण के दौरान निरीक्षण टीम ने पीएचसी में आधा दर्जन योजनाओं में लापरवाही...
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण शनिवार को जिला अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के नेतृत्व में जिला की टीम ने किया । निरीक्षण के दौरान निरीक्षण टीम ने पीएचसी में आधा दर्जन योजनाओं में लापरवाही और बिना ड्यूटी किए स्वास्थ्यकर्मी व डॉक्टरों की रजिस्टर को बारी बारी से जांच की । अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अरविंद नारायण सिंह ने बताया कि जांच के क्रम में एक ही रजिस्टर में तीनों ओपीडी का कार्य किया जाना नियम से परे है ।
ओपीडी के लिए तीन डॉक्टरों का बैठना आवश्यक है । जांच के दौरान उन्होंने बताया कि पीएचसी में कई अनियमितताएं हैं जिसपर अंकुश लगाया जाएगा । साथ ही 2 साल से बिना ड्यूटी का वेतन उठा रहे डॉक्टर सिद्धार्थ शंकर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की बात कही । ओपीडी के रजिस्टर में हेल्थ मैनेजर सुशील कुमार सिंह से सिद्धार्थ शंकर द्वारा किए गए ओपीडी का सुची की मांग की गई । घंटों इंतजार के बाद भी हेल्थ मैनेजर सुशील कुमार सिंह के द्वारा नही दिखाया गया जिसको लेकर पदाधिकारियों ने हेल्थ मैनेजर पर जम कर बरसे और आदत सुधारने की बात कही । वहीं मौके पर सफाई र्किमयों ने भी पीएचसी प्रभारी डॉ अमितेश रंजन श्रीवास्तव पर आरोप लगाते हुए बताया कि सफाई र्किमयों की संख्या कागज के अनुसार 6 है । जबकि पांच ही आदमी कार्यरत है एक का नाम सरोज कुमारी जो चिकित्सा पदाधिकारी अमितेश रंजन के काफी करीबी है । जिसका केवल कागजों मे ड्यूटी की कोरम पूरा कर पेमेंट किया जाता है । वहीं पदाधिकारीयो के पास मुसमात बछिया ने फरियाद कर उसे गलत ढंग से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के द्वारा हटाकर अपने करीबी सरोज को रख दिया गया है । मौके पर उपस्थित ग्रामीण समाज सेवी इकबाल पांडे ने पदाधिकारी से कहा कि प्रभारी द्वारा पूर्व में रखे 3 अलमीरा गोदरेज का लकड़ी का जो पुराने बिल्डिंग में रखा हुआ था उसे कहीं भेज दिया गया है जिसका अता-पता नहीं है प्रभारी और मैनेजर के द्वारा मिलीभगत के दम पर गार्ड पूनम कुमारी और सफाई कर्मी के नाम पर बहाल सरोज कुमारी से ऑपरेशन मैं चिरफाड व टाका दिलवाया जाता है । मौके पर उपस्थित ग्रामीण व मरीजों ने आरोप लगाया कि अगर डॉक्टर सिद्धार्थ शंकर की वापसी गई और बाहर के किसी अन्य गवार लोगों से ऑपरेशन में काम करवाया गया तो वे लोग प्रखंड से लेकर जिला तक आन्दोलन कर सड़क पर उतरेंगे तथा आमरण अनशन के लिए बाध्य हो जायेगे । साथ ही सिविल सर्जन से लेकर जिला अधिकारी तक का घेराव करेंगे । टीम में आए जिला टीवी ऑफिसर त्रियुगी नारायण प्रसाद ने आश्वासन देते हुए कहा कि आप लो भरोसा रखें जितने भी पीएससी में अनियमितता देखी गई है । उस पर जल्द ही सुधार के लिए कारवाई की जाएगी । साथ ही जांच टीम ने पीएससी से दवा का डिटेल्स पीएससी में चलने वाले ओपीडी रजिस्टर के साथ साथ कई साक्ष जांच हेतु अपने साथ ले गए । जांच टीम में डॉक्टर आर एस मुन्ना डाक्टर त्रियोगी नरायण प्रसाद अरविंद नरायण सिंह सहित आदि लोग रहे।
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