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बांध से गंडक महज तीन मीटर

गंडक ने अमवा खास बांध पर रौद्ररूप धारण कर लिया है। नदी के पाट में उस पार हुए सिल्टेशन अमवा खास बांध के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। नदी की उतरी तट में सिल्टेशन की वजह से धूमनगर समेत लक्ष्मीपुर के पास...

Newswrap हिन्दुस्तान, बगहाWed, 2 Oct 2019 05:32 PM
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गंडक ने अमवा खास बांध पर रौद्ररूप धारण कर लिया है। नदी के पाट में उस पार हुए सिल्टेशन अमवा खास बांध के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। नदी की उतरी तट में सिल्टेशन की वजह से धूमनगर समेत लक्ष्मीपुर के पास अमवा खास बांध का लगभग सौ मीटर हिस्सा गंडक के धार में समा चुका है।

बांध के आठ किमी के अप स्ट्रीम में कटाव नियंत्रित कर लिया गया है। वहीं आठ किमी के डाउन में गंडक की धारा रौद्ररूप में हो गयी है। तटबंध के 8.05 समेत डाऊन स्ट्रीम में लगभग पांच सौ मीटर तक तटबंध को सुरक्षित रखना बिहार-यूपी के अभियंताओं के सामने एक बड़ी चुनौती बन गयी है। दोनों राज्य के विभाग मिलकर कटाव रोकने और अमवा खास बांध को सुरक्षित करने में जुटा है। लेकिन गंडक नदी के पाट के उस पार में हुए सिल्टेशन के चलते नदी की धारा रोकने का प्रयास निष्फल साबित हो रहा है और नदी लगातार तटबंध की ओर बढ़ रही है।

गौरतलब है कि 8.05 किमी के डाउन में अमवा खास बांध और गंडक के आक्रामक धारा के बीच का फासला महज तीन फीट रह गया है। नदी और बांध के बीच किसी प्वाइंट पर तीन मीटर तो किसी प्वाइंट पर पांच मीटर से दस-पन्द्रह मीटर की दूरी मात्र शेष रह गया है। कटाव थम नही रहा है। पैक्स गोदाम भी कटाव के चपेट में पूरी तरह से आ गया है। गंडक के रौद्ररूप से सभी परेशान हैं। कटाव स्थल पर दोनों राज्य के अभियंता कैंप करके बचाव कार्य कर रहे हैं। बिहार के बाढ़ एक्सपर्ट ई.अब्दुल हमीद ने बताया कि कटाव नियंत्रित कर लिया जाएगा। हर संभव बचाव कार्य किया जा रहा है। कटाव की गति प्रभावित हो रही है। कुशीनगर खंड के विभागीय एसडीओ हरिशंकर का कहना है कि तटबंध के किमी 8.05 के डाउन में बिहार के अभियंता बचाव कार्य कर रहे है। तटबंध को सुरक्षित रखने को बचाव कार्य किया जा रहा है।

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