चनपटिया में गलत प्लॉट दिखा रजिस्ट्री का भंडाफोड़
पश्चिम चंपारण के चनपटिया निबंधन क्षेत्र में आधा दर्जन गलत प्लॉट दिखाकर रजिस्ट्री कराने का भंडाफोड़ हुआ है। सहायक निबंधन महानिरीक्षक की जांच में यह मामला सामने आया। अब एफआईआर दर्ज करने और राशि वसूलने...
चनपटिया। पश्चिम चंपारण जिले के चनपटिया निबंधन क्षेत्र में आधा दर्जन गलत प्लॉट दिखाकर रजिस्ट्री कराने का भंडाफोड़ हुआ है। इससे सरकार को लाखों रुपये के राजस्व का चूना लगा है। सहायक निबंधन महानिरीक्षक की टीम की चार दिनों तक चली जांच में इसका खुलासा हुआ है। अब पक्षकारों पर एफआईआर दर्ज करने के साथ राशि वसूल कर राजस्व की भरपाई की भी तैयारी चल रही है। हाल ही में आधा दर्जन प्लॉट की रजिस्ट्री की जांच के दौरान दर्जनभर दलालों को भी चिन्ह्त किया गया है। टीम के रडार पर अवर निबंधक अधिकारी समेत कई कर्मी भी आ गये हैं। इस घालमेल में कई दस्तावेज नवीस भी शामिल हैं। उनके लाइसेंस भी रद्द किये जा सकते हैं। सहायक निबंधन महानिरीक्षक (एआईजी) के धावा बोलने से चनपटिया निबंधन कार्यालय में हड़कंप मच गई है। इस जांच से शनिवार को निबंधन कार्यलय के इर्द-गिर्द से दलाल गायब रहे। बता दें कि लंबे असरे से यहां दलाल सक्रिय हैं और गलत तरीके से रजिस्ट्री करा सरकार को चूना लगा रहे हैं। सहायक निबंधन महानिरीक्षक (तिरहुत) राकेश कुमार ने बताया कि चार दिनों की जांच में छह दस्तावेजों में गड़बड़ी पकड़ी गई है। इसमें गलत प्लॉट को दिखाकर जमीन रजिस्ट्री कराई गई थी। संदिग्ध सभी प्लॉटों पर टीम ने पहुंचकर जांच की। दस्तावेजों में जिन भूखंडों का जिक्र था वे भौतिक सत्यापन में सही नहीं मिले। पक्षकारों को तलब कर सभी भूखंडों की जांच की गई। दो पक्षकार टीम के सामने नहीं आए। गलत प्लॉट दिखाकर जमीन रजिस्ट्री कराने वालों पर एफआईआर होगी। उनसे नियमानुसार स्टांप ड्यूटी की राशि की वसूली भी जाएगी।
बयान :
राजस्व चोरी का आरोप बेबुनियाद है। यहां भूखंडों का भौतिक सत्यापन के पश्चात ही निबंधन किया जाता है। सहायक निबंधन महानिरीक्षक (तिरहुत) के द्वारा कार्यालय के कुछ कागजात की जांच की गयी है। जांच के बाद अधिकारी चले गए।
-मनीष कुमार, अवर निबंधन पदाधिकारी, चनपटिया।द
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