जसौली में नेपाली हाथियों ने फसलों को पहुंचाया नुकसान
वाल्मीकिनगर टाइगर प्रोजेक्ट से सटे जसौली गांव में नेपाल से आए हाथियों ने फसलों को बर्बाद कर दिया। किसान केवल दास, सुदन चंद्र दास और अन्य ने बताया कि हाथियों के पगमार्क मिले हैं और जंगल में हाथियों की...
इनरवा/मैनाटाड़ (प.चं.)। वाल्मीकिनगर टाइगर प्रोजेक्ट (वीटीआर) के जंगल से सटे भंगहा थाना क्षेत्र के जसौली गांव में मंगलवार अलसुबह नेपाल हाथियों ने फसलों को रौंद दिया। पीड़ित किसान केवल दास, सुदन चंद्र दास, रोजदीन मियां, रंजीत दास, कलाम अंसारी, विश्वकर्मा दास, उत्तम दास, शंकर दास, विश्वजीत कुमार, मंजीत कुमार, रामरेखा उरांव आदि ने बताया कि सुबह में खेत की ओर गये तो केले समेत अन्य फसलें बर्बाद हो चुकी थीं। वहां हाथियों के पगमार्क दिखे। पगमार्क से दो-तीन हाथियों के होने की आशंका है। रेंजर सुनील पाठक ने बताया कि हाथियों के आने की सूचना मिली है। उसके आने की ट्रैकिंग तो हुई है लेकिन लौटने की नहीं हुई है। नेपाल के चितवन से भटककर हाथी वीटीआर पहुंचे हैं। लोगों को जंगल की ओर जाने से बचने की हिदायत दी गई है। वनकर्मियों की टीम हाथियों की ट्रैकिंग कर रही है। ग्रामीणों का कहना है कि पहले नीलगाय, जंगली सुअर, हिरण आदि जानवर फसलों को नुकसान पहुंचाते थे। इन्हें तो किसी तरह खदेड़ दिया जाता था, लेकिन हाथियों के पहुंचने से किसान दहशत में हैं।
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