जंगल में लौटी दोनों बाघिन, राहत
वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के मंगुराहा वन क्षेत्र से भटक कर रिहायशी इलाकों में पहुंची दोनों बाघिन अब जंगल की तरफ लौट गई है। यह जानकारी फॉरेस्टर अमोद कुमार मंडल ने दी...
वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के मंगुराहा वन क्षेत्र से भटक कर रिहायशी इलाकों में पहुंची दोनों बाघिन अब जंगल की तरफ लौट गई है। यह जानकारी फॉरेस्टर अमोद कुमार मंडल ने दी है।
उन्होंने बताया कि टाइगर ट्रेकर व वन कर्मियों के प्रयास से दोनों बाघिन को जंगल की तरफ लौटा दिया गया है। दोनों बाघिन को जंगल में लौटने के बाद अब लोग राहत की सांस ले रहे हैं। विदित हो कि एक बाघिन द्वारा सिसई टोला, परसा में दिनदहाड़े एक भैंस को मारने से लोग दहशत में थे। वहीं गौनाहा रेलवे स्टेशन से 200 मीटर की दूरी पर पायलट साहब के आवास स्थित गवास में घुसकर एक बाघिन ने एक भैंस को अर्ध रात्रि में मार कर दहशत फैला दी थी। उक्त बाघिन को तीन दिन पहले मंगुराहा नायका टोला गांव पश्चिम गन्ने के खेत से उसकी दहाड़ सुनाई दी थी। उसका दहाड़ नायका टोला नाला में भी रात्रि में सुनने को मिला था। हालांकि टाइगर ट्रेकर दारा महतो सहित अन्य वन कर्मी के प्रयास से उक्त दोनों बाघिन अब जंगल में हैं। इससे आसपास के क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है। लोगों में दहशत कम हुआ है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।