20 वर्ष पहले बनी सड़क की मरम्मत का इंतजार, गड्ढों से चलना हुआ दुश्वार
नगर निगम क्षेत्र में इमली चौक से गणेश चौक बसवरिया तक की सड़क पिछले 20 वर्षों से नहीं बनी है। सड़क के गड्ढों और जाम के कारण स्थानीय लोगों को गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्कूली बच्चों को...
नगर निगम क्षेत्र में इमली चौक से गणेश चौक बसवरिया तक की सड़क बीते 20 वर्षों में नहीं बनी है। सड़क नहीं बनने के कारण जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। गड्ढ़े के कारण लोगों को पैदल चलने में भी परेशानी हो रही है। एक तो सड़क जर्जर ऊपर से प्रतिदिन लगने वाला जाम वार्ड 19 और 21 के लोगों के लिए परेशानी का सबक बन गया है। इस सड़क में एक किलोमीटर की दूरी तय करने में चार पहिया वाहनों को एक घंटे से भी अधिक समय लग जाता है। स्कूली बच्चों को गर्मी के मौसम में 5 मिनट की दूरी तय करने में घंटों जूझना पड़ रहा है।
प्रभु यादव, विद्या सिंह पटेल, अनिल पटेल, विपिन कुमार गौड़ ने बताया कि इमली चौक से बसवरिया गणेश चौक छोटा पीपल तक 2005 में पीसीसी सड़क का निर्माण स्लम बस्ती योजना से हुआ था। इसके बाद लगभग 20 वर्ष का समय बीत चुका है। सबसे व्यस्ततम सड़कों में से एक इस सड़क का निर्माण फाइलों में दबकर रह गया है। जबकि इस सड़क से नगर के बसवरिया मोहल्ले की लगभग 30 हजार की आबादी प्रभावित है। सड़क पर प्रतिदिन 11 से लेकर रात्रि 8:00 बजे तक जाम की समस्या रहती है। पूर्व डिप्टी मेयर कयूम अंसारी, प्रमेंद्र कुमार, मोहन साह गौंड, अरुण कुमार पटेल, संजय प्रसाद ने बताया कि इमली चौक से होकर नौतन, मंगलपुर होते हुए गोपालगंज, गोरखपुर जाने के लिए यह सबसे सुगम मार्ग है। सड़क से उड़ने वाली धूल के कारण स्थानीय लोगों को परेशानी होती है। लोगों के घरों में धूल जमा हो जाता है। इससे दमा, खांसी, एलर्जी जैसी बीमारियों के लोग शिकार हो रहे हैं। वहीं ध्वनि प्रदूषण से लोगों का रहना दूभर हो गया है। सड़क से ऊंची नाली बन जाने से भी हल्की बारिश में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसके आगे ग्रामीण कार्य विभाग की सड़क है, जो मेंटेनेंस में है। ट्रैफिक व्यवस्था भी यहां दुरुस्त नहीं है। लोगों का कहना है कि जाम के मामले में यह दूसरी छावनी बन गया है। जबकि यह इलाका रिहायशी है। नौतन, गोपालगंज होते हुए उत्तर प्रदेश समेत दूसरे राज्यों में इस रास्ते प्रतिदिन सौ से ज्यादा छोटी-बड़ी गाड़ियां चलती है। बावजूद इस सड़क पर नगर निगम का ध्यान नहीं है। इस रास्ते से जिले के नौतन-बैरिया प्रखंड की लगभग 1 लाख की आबादी जिला मुख्यालय से लेकर, कोर्ट कचहरी, मेडिकल कॉलेज, समेत सभी सरकारी कार्यों के लिए लोग आते-जाते हैं। कोर्ट कचहरी, परीक्षा आदि में शामिल होने के लिए भी छात्रों के साथ आम लोगों को समय से कई घंटे पहले घर से निकलना पड़ता है। इमली चौक पर नौतन की तरफ जाने वाली गाड़ियों की अवैध पार्किंग लगती है। इससे लोगों को आने जाने में परेशानी होती है। परवेज आलम, मधुकर कुमार, दिवाकर प्रसाद आदि ने बताया कि मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जाम के कारण मरीजों को ले जाने में भी कई घंटे इंतजार करना पड़ता है। आए दिन छोटी-मोटी दुर्घटनाएं होती रहती है। सबसे ज्यादा परेशानी स्थानीय मोहल्ले वासियों को होती है। सड़क चौड़ीकरण नहीं होने से भी लोगों को परेशानी है। नगर निगम को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
प्रस्तुति : श्रीकांत तिवारी
बिजली और टेलीफोन के खंभे से हो रही परेशानी
इमली चौक से लेकर गणेश चौक तक बिजली के खंभे, जगह-जगह सड़क के किनारे ट्रांसफाॅर्मर, टेलीफोन के खंभे परेशानी के कारण बने हुए हैं। पूर्व डिप्टी मेयर कयूम अंसारी और प्रभु यादव ने बताया कि नाली का निर्माण सही ढंग से नहीं हुआ है। सड़क के किनारे नाली नहीं बनी है। सड़क की जमीन को छोड़कर नाली बनाई गई है। इससे सड़क की चौड़ाई घट गई है। सड़क के किनारे बिजली के खंभे और जगह-जगह ट्रांसफाॅर्मर लगे होने के कारण भी जाम की समस्या उत्पन्न होती है। 11 बजे से लेकर शाम 8 बजे तक गाड़ियों की रेला लगी रहती है। 1 किलोमीटर की दूरी तय करने में घंटों समय लग जाता है। अगर सड़क की ऊंचाई हो जाए तो बहुत समस्या का समाधान हो जाएगा। अतिक्रमण यहां सबसे ज्यादा है। सड़क के किनारे छोटे-छोटे फुटपाथी दुकान लग जाने के कारण भी जाम की समस्या उत्पन्न होती है। नगर में वेंडिंग जोन नहीं होने के कारण जगह-जगह फुटपाथी दुकानदार छोटे-मोटे व्यवसाय करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। यह इलाका सबसे पिछड़ा हुआ है। लेकिन विकास के मामले में कोसों दूर है। घनी आबादी होने के कारण कई समस्याओं से यहां के लोग जूझ रहे हैं। 20 बरस पहले जो सुविधा यहां के लोगों को मिलती थी। आज धीरे-धीरे समाप्त होती जा रही है। स्थानीय लोग सड़क की समस्या के लिए जनप्रतिनिधियों को दोषी ठहराते हैं।
इमली चौक से गणेश चौक तक सड़क चौड़ीकरण का प्रस्ताव भेजा जा रहा है। स्वीकृति मिलते ही तकनीकी अनुमोदन के बाद प्रशासनिक स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। प्रशासनिक स्वीकृति के बाद टेंडर की प्रक्रिया जारी होगी। उसके बाद निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा। जल्द से जल्द इस दिशा में विभाग की ओर से कार्रवाई शुरू होगी।
-संजय कुमार, सहायक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग
इमली चौक से लेकर गणेश चौक तक सड़क निर्माण के मामले में पेच कहां फंसा हुआ है। इसके स्टेटस की जांच करवाई जाएगी। जो इलाका नगर निगम के अधीन आएगा, वहां पर अगर सड़क जर्जर है तो बोर्ड के माध्यम से पास कराकर सड़क का निर्माण कराया जाएगा। लोगों की परेशानी को देखते हुए इस सड़क का निर्माण जल्द से जल्द कराने का प्रयास किया जाएगा।
-विनोद कुमार सिंह नगर आयुक्त नगर निगम
सुझाव
1. नगर के इमली चौक से लेकर गणेश चौक तक बिजली और और टेलीफोन के खंभे हटाने की जरूरत है।
2. सड़क के चौड़ीकरण होने से ही जाम की समस्या से निजात मिल सकता है। ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ करना होगा।
3. रिंग रोड बनने से इमली चौक पर गाड़ियों का दबाव कम होगा। मोहल्ले वासियों को सुविधा होगी।
4. इमली चौक से अस्थाई टेंपो स्टैंड हटाए जाने की जरूरत है। इसके लिए दूसरे जगह टेंपो स्टैंड बनाया जाए।
5. सड़क के किनारे ट्रांसफाॅर्मर से भी परेशानी होती है। सुबह आठ से शाम छह बजेे शाम तक बड़े गाड़ियों की नो एंट्री हो।
शिकायतें
1. इमली चौक से गणेश चौक तक सड़क पर लगने वाले जाम से स्कूली बच्चों को परेशानी होती है।
2. गाड़ियों के ध्वनि प्रदूषण से लोगों का रहना दूभर हो गया है। मोहल्लेवासियों को हमेशा दुर्घटना की आशंका रहती है।
3. सड़क का उड़ने वाली धूल से लोगों में बढ़ रही एलर्जी, दमा, खांसी की बीमारी। काफी लोग इससे प्रभावित हैं।
4. जाम के कारण एक किलोमीटर की दूरी तय करने में चार पहिया वाहन को लगता है एक घंटे का समय।
5. सड़क जर्जर होने से मोहल्ले की 30 हजार की आबादी को हो रही समस्या। जाम से रोजाना होती है परेशानी।
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