मां काली की स्थापना एवं शतचंडी महायज्ञ का होगा आयोजन
रानी तालाब, देव में शिव और शक्ति दोनों का है वास मिल लोग औरंगाबाद, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। देव के रानी तालाब में प्रतिष्ठात्मक शतचंडी महायज्ञ को सफल तरीके से

देव के रानी तालाब में प्रतिष्ठात्मक शतचंडी महायज्ञ को सफल तरीके से आयोजित करने को लेकर सोमवार को एक बैठक का आयोजन किया गया। 2 जून से 9 जून तक महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष विनोद यादव, सचिव पवन पांडेय, बिटू सिंह, दीपक धनराज, नगर अध्यक्ष पिंटू साहिल, चुन्ना सिंह, कोषाध्यक्ष उपेंद्र चौधरी, पूर्व मुखिया नंदकिशोर मेहता, गोरख साव, निखिल सिंह, राकेश सिंह, दीपक गुप्ता, उपेंद्र यादव, संदीप दुबे, सूर्य मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य राजेश पाठक ने विधिवत पूजन कर यज्ञशाला निर्माण की नींव रखी l इस प्रतिष्ठात्मक शतचंडी महायज्ञ को पूर्ण करने के लिए काशी के विष्णुचित आचार्य एवं अंतर्राष्ट्रीय कथावाचिका वृन्दावन की साध्वी शिवांजलि किशोरी आएंगी।
बैठक में कार्यकारिणी सदस्यों नें बताया की मां काली की प्रतिमा की स्थापना की जानी है जिसे बहुआरा गांव निवासी बिपिन सिंह ने उपलब्ध कराया है। यज्ञशाला निर्माण का कार्य बसडीहा पैक्स अध्यक्ष मोनू सिंह के द्वारा कराया जाएगा। पूजा सामग्री का दान समाजसेवी लक्ष्मण गुप्ता करेंगे। महायज्ञ में होने वाले भंडारे का भार शक्ति मिश्रा वहन करेंगे। भाजपा नेता गोपाल शरण सिंह ने भी मदद का आश्वासन दिया है। अगली बैठक में कमेटी और संरक्षण मंडली का चयन किया जाएगा। बैठक में जानकारी दी गई कि रानी तालाब स्थित शिवालय काली स्थान की कीमती नीलम की मूर्ति बहुत वर्षों पूर्व चोरी हो गयी थी। रानी तालाब में जब मां काली की प्रतिमा थी तो देव के राजा के द्वारा यहां बलि देनी की प्रथा थी। यहां पूजा करने के लिए शिवालय का निर्माण कराया गया था। इस मंदिर में शिव परिवार के साथ मां गंगा की प्रतिमा भी अवस्थीत है l
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।