दाउदनगर कॉलेज में इसी सत्र से होगी कला के पांच विषयों में पीजी की पढ़ाई: कुलपति, युवा लीड
छात्रों को होगी सहूलियत, एआई पर काम करेगा विभाग डा. शशि प्रताप शाही फोटो- 22 फरवरी एयूआर 26 कैप्शन- दाउदनगर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में शा
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दाउदनगर कॉलेज, दाउदनगर में कला के पांच विषयों में पीजी की पढ़ाई इसी सत्र से आरंभ की जाएगी। इसके लिए इतिहास, अर्थशास्त्र, हिंदी, मनोविज्ञान, भूगोल विषय में एकेडमिक काउंसिल एवं सिंडिकेट से स्वीकृति मिल चुकी है। अर्थशास्त्र एवं भूगोल में 32 सीटें तथा हिंदी, मनोविज्ञान एवं इतिहास में 60 सीटें निर्धारित की गई हैं। उक्त बातें दाउदनगर कॉलेज, दाउदनगर के प्रेमचंद सभागार में शनिवार को मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ शशि प्रताप शाही ने सेमिनार को संबोधित करते कही। उन्होंने कहा कि अनुमंडल के एकमात्र अंगीभूत कॉलेज दाउदनगर में पीजी की पढ़ाई आरंभ होने से ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को लाभ मिलेगा। पीजी की पढ़ाई के लिए उन्हें बाहर नहीं जाना पड़ेगा। मगध का इतिहास गौरवशाली रहा है। इस नाम से हम अपने आप को गौरवान्वित मानते हैं। मैं उसी विश्व विद्यालय से छात्र, शिक्षक, प्राचार्य फिर कुलपति बना। कुलपति बनने के बाद दो वर्षों में मैंने परीक्षा को नियमित किया। दो साल के अंदर सवा दो सौ सेमिनार आयोजित करवाए गए। कहा कि परीक्षा विभाग में कमियां हैं, लोग काम करना नहीं चाहते हैं लेकिन सबको ठीक किया। शिक्षक को समाज से डरना चाहिए। आपका काम पढ़ाना है, उसे पूरा कीजिए। कहा कि नैक के लिए सुविधाएं चाहिए। हमारे शिक्षकों ने नौ साल की रिपोर्ट नैक को सौंपी है। काम करने से सकारात्मक उर्जा मिलती है। अच्छा काम कीजिएगा तो समाज उन्नत होगा। मगध विश्वविद्यालय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआत की गई है। शिक्षकों को 30 दिनों का प्रशिक्षण आईआईटी पटना में मिला है। इसके लिए डीपीआर बनाया गया है। मुख्यमंत्री से मिलकर डीपीआर देना है। दाउदनगर कॉलेज का डीपीआर बनाइये, उसे संबंधित विभाग को दीजिए। शिक्षकों से कहा कि संस्था को परिवार की तरह लेकर चलिए तभी विकास होगा। सरकार पैसा देती है तो शिक्षण कार्य में रुचि लीजिए। उसे व्यक्तिगत रुप से रुचि लेकर बढ़ाइये। अथक परिश्रम कीजिए तभी ए ग्रेड मिलेगा। नैक की मान्यता पर कहा नैक काम देखती है तभी मान्यता मिलती है। इससे पूर्व कॉलेज शिलान्यास पत्रिका का अनावरण काराकाट सांसद राजाराम सिंह, विधायक ऋषि कुमार एवं अन्य अतिथियों ने किया। स्वागत कार्यक्रम के बाद प्रेमचंद सभागार में ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च शिक्षा की चुनौतियां और उसके समाधान विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन दीप जला कर उपस्थित अतिथियों ने किया। कॉलेज का रिपोर्ट कार्ड डा. ज्योतिष ने जारी करते हुए कहा कि 48 सेमिनार का आयोजन किया गया। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा देना आवश्यक है। ओबरा विधायक ऋषि कुमार ने कहा कि प्राइमरी स्कूलों को भवन के अभाव में टैग कर दिया गया है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में थोड़ा मुश्किल हो रहा है। एनएच पर कॉलेज गेट की जरूरत है। उन्होंने गउ घाट से कॉलेज तक पीसीसी सड़क निर्माण का आश्वासन दिया। काराकाट सांसद राजाराम सिंह ने दाउदनगर जैसे ग्रामीण क्षेत्र में पीजी की पढ़ाई आरंभ करने के लिए कुलपति को धन्यवाद दिया। विज्ञान विषय में भी पीजी की पढ़ाई आरंभ की जानी चाहिए। मगध का इतिहास छह सौ वर्षों का है। प्राचार्य डा. शमसुल इस्लाम ने कहा कि विधायक ने पीसीसी, मुखिया द्वारा खेल परिसर के लिए 10 लाख रुपए तथा प्रमिला देवी द्वारा कॉलेज को किताब दिया गया। कुलसचिव विपिन कुमार ने सभी को धन्यवाद दिया। कॉलेज में आधारभूत संरचना बढ़ाने की जरूरत है। ग्रामीण क्षेत्रों के कॉलेज विश्वविद्यालय की प्राथमिकता के सूची में है। पूर्व कुलपति प्रो. इश्तेहाक ने कुलपति के कार्यों का उल्लेख किया। इस अवसर पर कई लोग उपस्थित थे।
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