सहायकों की हड़ताल से काम ठप
कार्यपालक सहायक व ग्रामीण आवास कर्मियों की बेमियादी हड़ताल से सरकारी विभाग के अधिकांश कार्यालयों में कामकाज ठप है। 31 मार्च तक वित्तीय वर्ष के लक्ष्य को पूरा करना भी संभव नहीं हो पा रहा...
कार्यपालक सहायक व ग्रामीण आवास कर्मियों की बेमियादी हड़ताल से सरकारी विभाग के अधिकांश कार्यालयों में कामकाज ठप है। 31 मार्च तक वित्तीय वर्ष के लक्ष्य को पूरा करना भी संभव नहीं हो पा रहा है। जहां एक तरफ आरटीपीएस के तहत मिलने वाली सभी सेवाएं बाधित हैं, वहीं इंदिरा आवास व स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के जीयो टेगिंग की प्रक्रिया भी पूरी नहीं हो पा रही है।
यहां बता दें कि बीते चार दिनों से ये सभी अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे हैं। बताया गया कि प्रखंड स्तर पर लोक शिकायत निवारण के तहत जाति, आय, निवास व मोटेशन पूर्ण रूप से बंद है। जबकि अनुमंडल स्तर पर लोक शिकायत निवारण का काम प्रभावितहै।
आरटीपीएस कार्यालय चार दिन से बंद : हड़ताल से जिले के सभी आरटपीएस कार्यालय में आने वाले लोगों को फजीहत झेलनी पड़ रही है। बिहार सरकार के कई महत्वपूर्ण कार्य के जिम्मे है। लोक शिकायत, डीसीएलआर ऑफिसर, निबंधन कार्यालय, बिजली ऑफिस, डीटीओ ऑफिस सहित तमाम कार्यालय में इनके सामूहिक हड़ताल की वजह से सभी कार्य प्रभावित होने की बात सामने आ रही है। एक अनुमान के अनुसार जिले में करीब रोजाना एक हजार से अधिक आवेदन आरटीपीएस काउंटर पर आते थे, जो अभी बंद हंै।
आवास योजना का वार्षिक लक्ष्य हासिल संभव नहीं ग्रामीण आवास कर्मियों की हड़ताल से प्रधानमंत्री आवास योजना का वार्षिक लक्ष्य हासिल करने पर संशय की स्थिति सामने आने लगी है। जिलाध्यक्ष शलैन्द्र कुमार ने बताया कि तो वित्तीय वर्ष 2016-17 व 2017-18 की आवास योजना का लक्ष्य 31 मार्च तक पूरा किया जाना है। हड़ताल के कारण जीयो टेगिंग व लाभुकों के भुगतान की प्रकिया प्रभावित भी हो रही है।
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