Hindi Newsबिहार न्यूज़अररियाRising Prices of Essential Commodities Garlic at 400 kg Mustard Oil Surpasses 170 litre

महंगाई: सब्जियों व दालों की बढ़ी कीमतों से उपभोक्ता परेशान

फारबिसगंज, एक संवाददाता। पर्व शुरू होते ही आलू, प्याज, लहसुन, रिफाइंड और सरसों तेल

Newswrap हिन्दुस्तान, अररियाSun, 3 Nov 2024 12:05 AM
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फारबिसगंज, एक संवाददाता। पर्व शुरू होते ही आलू, प्याज, लहसुन, रिफाइंड और सरसों तेल के दाम बढ़ने से हर वर्ग के उपभोक्ता परेशान व त्रस्त हैं। इससे लोगों के रसोई का बजट बिगड़ने लगा है। वर्तमान में लहसुन का खुदरा बाजार भाव 400 रुपये किलो तक पहुंच गया है। प्याज भी 70 रुपए किलो तो नया आलू 60 से 70 रुपए किलो बिक रहा है। दो साल में पहली बार सरसों तेल 170 रुपए प्रति लीटर के पार पहुंच गया है। दस दिनों के अंदर रिफाइंड के भाव भी 20 रुपए प्रति लीटर तक की वृद्धि हुई है। शहर के किराना दुकानदारों ने बताया कि बाहर से आने वाले लहसुन की आवक में काफी कमी आई है। सितंबर में लहसुन 150 रुपए किलो था। अक्टूबर से 250 रुपए तक बिक रहा है। उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश में इस बार फसल कमजोर होने से इसका असर कीमत पर पड़ रहा है। बिहार में भी इस बार लहसुन की फसल अच्छी नहीं हुई है। चना दाल पिछले माह 85 रुपए किलो के रेट से बाजार में बिक रहा था। लेकिन अभी उसका रेट सौ रुपए किलो पर पहुंच गया है।

तेल की आवक में आयी कमी:

दो साल में पहली बार सरसों तेल की कीमत 140-145 से बढ़कर 170 के पार हो गई है। इससे लोगों के घर का बजट बिगड़ने लगा है। शहर के कारोबारी चांद राठी ने बताया कि तेल की कीमत बढ़ने के पीछे आवक में कमी है। दूसरा कारण यह है कि अभी सरसो में बुआई का समय जारी है,जिस वजह से मिलों को किसान सरसों को उपलब्ध नहीं करा पा रहे है। सरसों की आपूर्ति नहीं होने से तेल के दामों में तेजी आ गई है। शहर के बाजार समिति स्थित दुकानदार योगेश भूपाल, मूलचंद राठी ने बताया कि सरकार द्वारा विदेशों से आयात पर एक्साइज शुल्क में बढ़ोतरी की गई, जिसके कारण रिफाइन के दाम बढ़ गये है। 115 रुपये लीटर मिलने वाले रिफाइन 145 रुपये लीटर हो गया।

खुदरा बाजार में 60 रुपये किलो बिक रहा नया आलू:

प्याज और आलू की कीमत धीरे-धीरे आसमान छूने लगी है। खुदरा बाजार में नया आलू 60 रुपए तो प्याज 70 से 80 रुपए किलो मिल रहा है। दुकानदारों ने बताया आलू की आवक प्रतिदिन छह से सात ट्रक की हो रही है। वहीं, प्याज और आलू की आवक 10 से 12 ट्रक हो रही है, जबकि पहले दोगुनी आवक हो रही थी। आलू की आवक यूपी-बिहार और प्याज की नासिक व मध्यप्रदेश से हो रही है। प्याज और आलू के दाम बढ़ने का कारण भी फसल कमजोर होना माना जा रहा है। नवंबर में प्याज की नई फसल आने के बाद ही दाम घटने की संभावना है। वहीं दिसंबर से यूपी से नया आलू की आवक शुरू होने से दाम में गिरावट आयेगी।

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