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पुलिस की खौफ से महादलित टोला के लोग फरार, गांव हुआ सुनसान

फारबिसगंज के महादलित टोले में पुलिस के डर से हजारों लोग अपने घर-बार छोड़कर भाग गए हैं। दो पुलिस अधिकारियों पर हमले के बाद 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गांव में खामोशी है और लोग रिश्तेदारों या...

Newswrap हिन्दुस्तान, अररियाSat, 23 Nov 2024 11:42 PM
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फारबिसगंज, निज संवाददाता सिमराहा थाना से महज एक किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित औराही पूरब का महादलित टोला के हजारों लोग पुलिस के डर से अपने घर-बार छोड़ कर फरार हो गए हैं। हजारों की आबादी वाला यह टोला सुनसान है। पुलिस पर हमले करने के मामले में अब तक 23 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अन्य सभी घर-बार छोड़कर फरार हैं। घर बार छोड़ लोग या तो रिश्तेदार या फिर पड़ोसी गांव में शरण ले लिए हैं। कहने को तो थाना से महज एक किलो मीटर का है नजारा मगर गांव के सभी लोग बन गए हैं बेचारा। बताया जाता है कि गुरुवार की शाम गांव के असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर हमला बोल दिया था, जिसमें दो पुलिस पदाधिकारी घायल हो गए थे। इसके बाद पुलिस ने रातभर ऑपरेशन चलाया और कई लोगों की गिरफ्तारी भी हुई। इस स्थिति के कारण महादलित टोला में एक अजीब सी खामोशी छाई हुई है। हजारों की आबादी वाले इस टोले में अब कोई भी व्यक्ति इस घटना के बारे में कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। पुलिस के कड़े रूख और भय के कारण लोग अपने घर छोड़कर भागने को मजबूर हो गए है।

ताजा स्थिति में पुलिस प्रशासन के लिए दोहरी चुनौती है। एक तरफ पुलिस पर हमलावर लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तो वही महादलित टोला में छाई खामोशी भय एवं घर बार छोड़ कर फरार लोगों के कारण उत्पन्न स्थिति को सामान्य बनाने की भी चुनौती है। दूसरी तरफ ग्रामीणों का यह भी कहना है कि ग्रामीणों की जितनी आबादी है सब के सब इस मामले में शामिल नहीं है। पुलिस प्रशासन अनावश्यक रूप से निर्दोष लोगों को तंग ना करें। जो आरोपी है उन्हें पुलिस गिरफ्तार करें। मगर पुलिस का खौफ का यह आलम है कि लोग घर बार छोड़कर फरार हो गए हैं।

निर्दोष को डरने की जरूरत नहीं:

हालांकि इस संबंध में फारबिसगंज एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने कहा कि पुलिस आम लोगों की हिफाजत के लिए है। निर्दोष व बेगुनाह को तंग तबाह करना पुलिसिया प्रावधान के खिलाफ है। जो लोग निर्दोष हैं उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। लेकिन अगर किसी ने कानून को हाथ में लेने का काम किया है तो कानून उसे सजा जरूर देगी। जानकारों की मानें तो यह घटना स्थानीय प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। अब देखना होगा कि इस स्थिति को सामान्य बनाने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा क्या क्या कदम उठाए जाते हैं।

बोले एसपी:

एसपी अमित रंजन ने साफ-साफ शब्दों में कहा कि पुलिस के काम में अगर कोई पब्लिक अनावश्यक रूप से हस्तक्षेप कर बाधा डालती है तो उनके खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी।

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