बीमार नाबालिग बच्ची के परिजनों के पास पहुंचने के बढ़े आसार
जोगबनी । (हि.प्र) बिराटनगर में गर्ल्स ट्रैफकिंग पर काम करने वाली संस्था एबीसी नेपाल...
जोगबनी । (हि.प्र)
बिराटनगर में गर्ल्स ट्रैफकिंग पर काम करने वाली संस्था एबीसी नेपाल के संरक्षण में बालिका गृह में पिछले पांच दिनों से रह रही बीमार नाबालिग बच्ची के उनके सीतामढ़ी स्थित घर पहुंचने के आसार बढ़ते दिख रहे हैं। शनिवार की अंक में ‘हिन्दुस्तान में खबर छपने के बाद सीमावर्ती नेपाल व भारतीय क्षेत्र के संस्था न केवल सक्रिय हुए बल्कि बच्ची के घर का पता लगाकर वहां के मुखिया से भी मिले। संस्था के मुताबिक उसने अररिया व सीतामढ़ी के डीएम व एसपी को भी पत्र भी लिखा। मानव तस्करी पर काम कर रहे संस्था जागरण कल्याण भारती व संलाप संस्था की पहल सराहनीय है। इन दोनों संस्था ने मिलकर न केवल सीतामढ़ी स्थित बच्ची के घर मुखिया माध्यम से उनके परिजन से बच्ची का फोटो का पहचान कराया बल्कि बच्ची के घर तक पहुंचाने के प्रयास में जुटे हैं। इस संस्था ने अररिया व सीतामढ़ी के प्रशासन को पत्र लिखकर दो देश का मामला को देखते हुए विधि सम्मत कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। जागरण कल्याण भारती के अध्यक्ष संजय कुमार ने बताया हिन्दुस्तान में छपी खबर के बाद वे लोग सक्रिय हुए। उनकी कोशिश है कि पीड़ित बच्ची शीघ्र अपने घर सकुशल पहुंच जाए। इधर बिराटनगर में गर्ल्स ट्रैफकिंग पर काम कर रहे संस्था एबीसी नेपाल के 1 नंबर प्रदेश प्रमुख बिष्णु पंत आचार्य ने मोरंग के प्रमुख जिलाधिकारी व एसपी को पत्र लिखकर दो देश का मामला को देखते हुए भारतीय अधिकारियों से वार्ता कर समस्या का समाधान निकालने की मांग की है। भारत-नेपाल मैत्री समाज की पहल पर लायंस क्लब मिल्स एरिया पीड़ित बच्ची को हर तरह के सहयोग का भरोसा दिया है। अररिया एसपी हृदयकांत ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है।
संस्था एबीसी के प्रमुख विष्णु पंत आचार्य ने बताया कि आज से पांच दिन पूर्व बिराटनगर सीडीओ कार्यालय के पास यह बच्ची लावारिस स्थिति में मिली। वह छह माह की गर्भवती है। मोरंग पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो नाबालिग ने पूरी कहानी बतायी। कहा कि वे बिहार के सीतामढ़ी जिले की रहने वाली हैं। जीजा जी के भाई ने उनके साथ जबरन संबंध बनाकर गर्भवती बनाकर छोड़ दिया। इसके बाद पिता जी उन्हें सीतामढ़ी से लेकर सुपौल के वीरपुर रास्ते होकर भांटाबारी लाया। बिराटनगर सीडीओ कार्यालय के पास छोड़कर गायब हो गये। बाद में मोरंग पुलिस ने बच्ची को एबीसी संस्था नेपाल के हवाले कर दिया। बीमार होने की वजह से बच्ची अच्छी से बोल भी नही पा रही हैं। संस्था प्रमुख ने बताया कि बच्ची जिस अवस्था में है, इस हालत में उसे हमलोग ज्यादा दिनों तक रख नहीं सकते, उनके परिजन के हवाले करना हमारा मजबूरी है। उम्मीद है कि शीघ्र समस्या का समाधान होगा।
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