हीट स्ट्रोक व हिट वेब से निपटने की स्वास्थ्य विभाग की तैयारी तेज
सरकारी अस्पतालों में बढ़ती गर्मी के मद्देनजर, स्वास्थ्य विभाग ने हीट वेव और हीट स्ट्रोक से निबटने की तैयारी तेज कर दी है। सदर अस्पताल में 10 सुरक्षित बेड और आवश्यक दवाएं उपलब्ध हैं। अन्य अस्पतालों में...

सरकारी अस्पतालों में सुरक्षित होगा बेड, आवश्यक दवाएं रहेगी मौजूद बढ़ती गर्मी को देखते हुए जिले के स्वास्थ्य संस्थानों में विशेष तैयारी का दिया निर्देश
अररिया, निज प्रतिनिधि
जिले में लगातार तापमान में हो रहे उतार-चढ़ाव और बढ़ती गर्मी के बीच हीट वेब और हीट स्ट्रोक से निबटने की तैयारी तेज हो गयी है। ऐसे तो सदर अस्पताल में पूर्व से ही इसको लेकर स्पेशल वार्ड बना हुआ है। दस बेड सुरक्षित हैं और आवश्यक दवाओं के साथ स्वास्थ्यकर्मी भी प्रतिनियुक्त हैं लेकिन अब अनुमंडलीय, रेफरल, सीएचसी, पीएचसी समेत दूसरे अस्पतालों में इससे निबटने की तैयारी की जाएगी। इसको लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग ने पहल शुरू कर दी है। सिविल सर्जन ने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को पत्र भेजकर अस्पतालों में विशेष इंतेजाम करने का निर्देश दिया है। अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाओं के साथ अलग से बेड सुरक्षित रखने का निदेश दिया गया है ताकि जरूरत पड़ने पर मरीजों को तत्काल स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करायी जा सके। सिविल सर्जन डा. कृष्ण कुमार कश्यप ने बताया कि ऐसे तो तराई क्षेत्र होने के चलते अररिया जिले में हिट स्ट्रोक का खतरा कम रहता बावजूद एहतियातन पूरी तैयारी की जा रही है। सीएस ने बताया कि सूबे के अलग-अलग जिलों में हिट स्ट्रोक और हीट वेब के संभावित खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग इससे निबटने की पूरी तैयारी में जुट गयी है। विभागीय निदेश के आलोक में जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किया गया है। अस्पतालों में हीट वेव और ही स्ट्रोक के संभावित खतरे से लोगों को बचाने के लिए पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाओं के साथ बेड सुरक्षित रखने का निर्देश दिया गया है, ताकि भीषण गर्मी और लू से संबंधित बीमारियों का समुचित ईलाज किया जा सके। उन्होंने कहा कि इसको लेकर विशेष कार्ययोजना भी तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले के अस्पतालों में आवश्यक दवाएं उपलब्ध है, जिन अस्पतालों को दवाओं की आवश्यकता होगी उन्हें भी उपलब्ध करा दिया जाएगा। इसके अलावा लू से पीड़ित मरीज की ह्दय गति, श्वास गति, रक्तचाप, शरीर के तापमान आदि पर भी नजर रखने का निर्देश दिया गया है। सिविल सर्जन ने बताया कि ऐसे मामलों की लगातार निगरानी की जाएगी। सदर अस्पताल में पूर्व से ही दस बेड सुरक्षित है। आवश्यक दवाओं के साथ स्वास्थ्यकर्मी भी तैनात हैं। हालांकि फिलहाल जिले में हीट वेब और हीट स्ट्रोक का खतरा नहीं है। इससे बचाव के लिए लोगों को अधिक धूप में निकलने से परहेज करना चाहिए।
बीपी और शुगर के भी बढ़ रहा मरीज:
गर्मी बढ़ने के साथ जिले में ब्लड प्रेशर की शिकायत भी बढ़ गई है इसके अलावा शुगर के भी मरीज की संख्या बढ़ने लगी है। वहीं बच्चों में फिलहाल डायरिया के भी मरीज पहुंच रहे हैं। सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉक्टर आकाश कुमार ने बताया कि ऐसे मौसम में सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए गर्मी बढ़ने के कारण हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। सदर अस्पताल में हिट वेब से बचाव को लेकर आवश्यक तैयारियों पूरी है। इससे बचाव के लिए लोगों को सतर्कता बरतनी चाहिए। उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल को ओपीडी में इन दिनों ब्लड प्रेशर और शुगर के मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है। इसके अलावा ओपीडी में ज्यादातर सर्दी खांसी और बुखार के मरीज पहुंच रहे हैं। कुछ बच्चों में डायरिया के भी लक्षण दिखने लगे हैं। लोगों को इस मौसम में हमेशा साफ पानी या पानी को उबाल कर ही पीना चाहिए।
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