एनएचएआई का एक्शन पर पब्लिक का रिएक्शन, नहीं हो सका कटिंग बंद
वापस लौटे इंजीनियर, नहीं बंद करने दिया अवैध कटिंग प्रशासन करेगा सहयोग:एसडीपीओ अपना ही
वापस लौटे इंजीनियर, नहीं बंद करने दिया अवैध कटिंग प्रशासन करेगा सहयोग:एसडीपीओ
अपना ही नुकसान उठाती है पब्लिक: प्रोजेक्ट डायरेक्टर
फारबिसगंज, निज संवाददाता।
शनिवार को फारबिसगंज स्थित फोरलेन पर एनएचएआई का एक्शन पर पब्लिक का रिएक्शन देखने को मिला। हिन्दुस्तान में लगातार दो दिनों छपी खबर के बाद संबंधित विभाग हरकत में आया। शनिवार को जेसीबी सहित अन्य सामग्रियों के साथ एनएचएआइ की टीम फारबिसगंज रामपुर ओवरब्रिज के समीप पेट्रोल पंप के सामने तथा उसके बाद आईटीआई के सामने अवैध कट को बंद करने के लिए पहुंची। इस दिशा में कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया मगर ऐन मौके पर स्थानीय लोगों ने जबरन रोक लगा दिया। हालांकि इस मामले में टीम अवैध कटिंग बंद वापस लौट गयी। इस संबंध में एनएचएआइ के मेसर्स आलम इंटरप्राइजेज के इंजीनियर ऋषभ कुमार ने बताया कि हिदुस्तान में लगातार खबर छपने के बाद एनएचएआई के उच्च अधिकारियों के निर्देश पर वे टीम और जेसीबी के साथ दोनों अवैध कट को बंद करने आए थे मगर दोनों ही जगह लोगों ने काम करने से रोक दिया। अब वह वापस लौट रहे हैं तथा इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दिया जा रहा है। वही इस संबंध में जिला परिवहन पदाधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि हर हाल में अवैध कट को बंद किया जाना है। अवैध कट को बंद करने गई टीम को पुलिस प्रशासन का मदद लेना चाहिए। पुलिस प्रशासन के सहयोग से सभी अवैध कट को बंद किया जाएगा।
वहीं फारबिसगंज एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने बताया कि जनहित में अवैध कट को बंद किया जाना जरूरी है । इस मामले में पुलिस एनएचएआइ का मदद करेगी । कहा- इस मामले में किसी को भी कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है । इधर आईटीआई के सामने अवैध कट को बंद करने प्रकरण में रोक लगाने वाले साकिर हुसैन, शौकत अली, वार्ड पार्षद गुड्डू अली, इरशाद सिद्दीकी, नूर आलम, मोहम्मद हाबिल, मिराज आदि ने कहा कि कब्रिस्तान का यह इकलौता रास्ता है । इस अवैध कट को बंद करने से पहले वैकल्पिक व्यवस्था जरूरी है। इन लोगों ने अंडरपास की मांग की तथा प्रशासन से मिलकर अपनी मांगों को रखने की बात कही। वहीं पेट्रोल पंप के समक्ष भी लोगों ने अवैध कट को रोकने से मना किया तथा इंजीनियर की टीम को वापस भगा दिया। बता दें जयपुर की घटना के बाद प्रशासन और सरकार अवैध कट को बंद करने पर आमदा है। इस अवैध कट से सिर्फ अररिया जिला में प्रत्येक वर्ष करीब 46 लोगों की मौत हो रही है । ऐसे में यह अवैध कट एक सवाल बन गया है। इस संबंध में एनएचएआई के पीडी दरभंगा ललित कुमार कहते हैं कि जब अवैध कट को टीम बंद करने जाती है तो लोकल लोग ही अपनी असुविधा का हवाला देकर रोक लगाता है। जबकि आए दिन नुकसान भी ऐसे ही लोगों का होता है ।उन्होंने इस मामले में प्रशासन से मदद लेने की बात कही।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।