एचएमपीवी वायरस से निपटने के लिये जिला स्वास्थ्य विभाग तैयार, अलर्ट जारी
चीन में फैले एचएमपीवी वायरस से बचाव के लिए अररिया जिला स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी की है। जिले में अब तक कोई केस नहीं आया है, लेकिन एहतियातन 25 बेड का विशेष वार्ड बनाया गया है। स्वास्थ्य कर्मियों...
चीन में फैले एचएमपीवी से बचाव के लिये लोगों को किया जा रहा जागरूक सदर अस्पताल परिसर में 25 बेड का बनाया गया स्पेशल वार्ड
अररिया, निज प्रतिनिधि
चीन में फैले (ह्यूूमन मेटान्यूमो वायरस) एचएमपीवी से निपटने के लिये जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारी कर ली है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव की ओर जारी निर्देश के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गया है। हालांकि अररिया समेत सूबे दूसरे जिलों अबतक एचएमपीवी के एक भी केस सामने नहीं आये हैं बावजूद एहतियातन स्वास्थ्य विभाग ने इसको लेकर जिले में एडवाईजरी जारी कर लोगों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। सिविल सर्जन डा. केके कश्यप ने बताया कि विभागीय स्तर से मिले निदेश के बाद जिले के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को एचएमपीवी को लेकर अलर्ट रहने के साथ इस वायरस से बचाव के प्रति लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया है। सिविल सर्जन ने बताया कि एचएमपीवी एक सामान्य वायरस है जिसका लक्षण कोविड-19 के समान है। सिविल सर्जन ने बताया कि एचएमपीवी के संभावित खतरे से निबटने के लिये जिला अस्पताल से पीएचसी तक पूरी तरह तैयारी की जा रही है। अस्पताल में आने वाले मरीज और उनके परिजनों को भी इस वायरस के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावे ग्रामीण क्षेत्रों में आशा समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों तक जागरूकता संबंधी संदेश पहुंच सके।
25 बेड का बना स्पेशल वार्ड:
इससे निबटने के लिये जिला मुख्यालय में 25 बेड का स्पेशल वार्ड तैयार किया गया है। आवश्यक दवाओं के साथ स्वास्थ्य कर्मी प्रतिनियुक्त हैं। जिले में फिलहाल एचएमपीवी के एक भी केस सामने नहीं आया है, बावजूद एहतियातन पूरी तैयारी कर ली गयी है। एचएमपीवी को लेकर डॉक्टर समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को भी अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है। स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशिक्षण दिया। बताया कि एचएमपीवी में सर्दी, जुकाम, बुखार व सांस लेने में तकलीफ होती है। कोरोना के तरह ही इसके वायरस फैलते हैं। जानकारों की मानें, इसके छह दिन में लक्षण दिखने लगते हैं। इससे बचाव के लिये मास्क आदि का प्रयोग करें और ठंड से बचें। अगर इस तरह का लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से दिखाना चाहिये। इससे बचाव के लिये गुणगुना पानी पीयें। सांस लेने में तकलीफ हो तो ऑक्सीजन लें। पांच से छह दिन में यह रोग ठीक हो जाता है। इस बिमारी से बचाव को मास्क का इस्तेमाल करें।
क्या कहते हैं अधिकारी:
सिविल सर्जन डॉ. केके कश्यप ने बताया कि सूबे में अबतक एक भी केस मिलने की सूचना नहीं है। बावजूद एहतियातन पूरी तैयारी की जा रही है। जिला अस्पताल में एचएमपीवी के संभावित खतरे को देखते हुए फिलहाल जिला अस्पताल परिसर में 25 बेड का वार्ड सुरक्षित किया गया है। ताकि जरूरत पड़ने पर आइसोलेशन के तौर पर इस वार्ड का प्रयोग किया जा सके।
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