अररिया सदर हॉस्पीटल में सौ बेड युक्त मातृ एवं शिशु अस्पताल चालू
अररिया में एक अत्याधुनिक मातृ एवं शिशु अस्पताल शुरू हुआ है, जिसमें 100 बेड हैं। अब गंभीर रोगियों को बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है। सभी सुविधाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध हैं। अस्पताल में 24 घंटे शल्य...
गंभीर रोगियों को बाहर भटकने से मुक्ति, एक ही छत के नीचे मिलेगी हर तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं सभी कमरे सीसीटीवी व फायर फाइटिंग से पूरी तरह लैस
बेड पर ही फोन कॉलिंग की मिलेगी सुविधा, 24 घंटे शल्य चिकित्सा
प्रसव के 24-48 घंटे के भीतर 14 सौ रूपये मातृ के खाते में स्थान्तरित
अररिया, वरीय संवाददाता
जिले के लिए अच्छी खबर ये है कि सदर अस्पताल में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त सौ बेड वाले मातृ एवं शिशु अस्पताल (एमसीएच) शुरू हो गया है। लगभग 26 करोड़ की लागत से बने इस महत्वपूर्ण अस्पताल को शनिवार की शाम स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों की मौजूदगी में इस विधिवत रूप से चालू कर दिया गया। अब गंभीर से गंभीर रोगियों को बाहर व प्राइवेट क्लीनिक में जाने की जरूरत नहीं है। एक ही बिल्डिंग के भीतर उन्हें हर तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं मिल जाएगी। सीमावर्ती अररिया जिले के लिए इसे बहुत बड़ी उपलब्धि बतायी जा रही है। सरकार व स्वास्थ्य विभाग की यह बहुत बड़ी सौगात है। क्योंकि एक ही छत के नीचे बच्चा-जच्चा को सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने से उन्हें इधर-उधर भटकने से निजात मिल जाएगी। बताया गया कि इस बहुमंजिले अस्पताल में लिफ्ट व रैंप की सुविधा भी है। सभी कमरे सीसीटीवी से लैस हैं। इसे फायर फाइटिंग से सुसज्जित किया गया है। पैसेंट को बेड पर ही फोन कॉलिंग की सुविधा मिलेगी। मातृ शिशु अस्पताल चालू होने के मौके पर मौजूद सीएस डॉ. केके कश्यप, डीपीएम संतोष कुमार, सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ. आकाश कुमार राय, अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद आदि ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे यहां आकर इलाज कराएं और सरकार सुविधा का लाभ लें।
अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद ने बताया कि एक दिसंबर को ही सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने अररिया सदर अस्पताल में ही मातृ शिशु अस्पताल का उद्घाटन किये थे। कुछ कमियां थी जिसे पूरा कर शनिवार शाम से इसे चालू कर दिया गया है। कहा कि यहां 24 घंटे इमरजेंसी सेवा मिलेगी। हमेशा शल्य चिकित्सा उपलब्ध रहेगा। दवा की कोई कमी नहीं रहेगी। 24 घंटे प्रसव की सुविधाएं मिलेगी। अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि प्रसव के 24 से 48 घंटे के भीतर 14 सौ रूपये मातृ के खाते में स्थान्तरित कर दी जाएगी। यही नहीं ऑन बेड जन्म प्रमाणपत्र दिया जाएगा। एक माह का दवा देकर मेडिकल किट्स के साथ एम्बुलेंस के माध्यम से बच्चा-जच्चा को निशुल्क उनके घर तक पहुंचाया जाएगा। पुरानी बिल्डिंग की बजाय इसी अस्पताल में टीकाकरण की सुविधा मिलेगी। बताया गया कि दस दिनों के भीतर विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई (एसएनसीयू) इसी बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
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