सड़क निर्माण में देर होने से रोजाना जाम से त्राहिमाम
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जाम का झाम का लोगो -बालू लदे वाहनों के मनमाने ढंग से परिचालन और जहां-तहां पार्किंग भी जाम का कारण -कोईलवर से बबुरा मार्ग की एक लेन का हो रहा नवनिर्माण, नौ किलोमीटर कार्य बाकी -ट्रैफिस पुलिस नो पार्किंग और मनमाने ढंग से वाहनों के परिचालन पर कर रही जुर्माना आरा, एक संवाददाता। भोजपुर में बालू के कारोबार से जहां एक ओर सरकार को राजस्व मिल रहा है, वहीं दूसरी ओर इसके चलते लग रहे रोजाना जाम ने जनजीवन बेहाल कर दिया है। पिछले माह सोन किनारे इलाके की मुख्य सड़कों से लेकर कोईलवर-छपरा और आरा-पटना मार्ग रोजाना जाम की चपेट में रह रहा है। ऐसे में दोपहिया समेत अन्य वाहनों से पटना की ओर जाने और आने वाले समेत छपरा जाने के रास्ते में लोगों को घंटों जाम का सामना करना पड़ रहा है। जिला प्रशासन की ओर से बालू खनन शुरू होने से पहले जाम से निपटने की तैयारी के साथ दावे किये गये थे, लेकिन सभी तैयारियां धरी की धरी रह गयी हैं। बीते 20 अक्टबूर से बालू घाटों से खनन शुरू हुआ और अब अधिकतर संचालित घाटों से खनन होने लगा है। ऐसे में बीते 10 दिनों से कोईलवर का इलाका जाम के नाम से मशहूर हो गया है। सड़क मार्ग से पटना से आरा और आरा से पटना समेत छपरा-आरा आने-जाने वाले लोगों के जेहन में जाम की भयावह तस्वीर नजर आने लगती है। घरों से निकलते ही जाम को याद कर लोग सिहर जा रहे हैं और सड़क मार्ग से चलना कम पसंद करने लगे हैं। वहीं कुछ लोग तो दूसरे रास्ते की तलाश कर यात्रा कर रहे हैं। जाम का प्रमुख कारण आरा से छपरा फोरलेन की एक लेन का नवनिर्माण कार्य होना और करीब नौ किलोमीटर की दूरी में निर्माण कार्य अभी बाकी होना बताया जा रहा है। जिला खनन पदाधिकारी का कहना है कि नौ किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य बाकी होने के चलते सड़क की एक लेन ही काम कर रही है। वहीं छपरा में भी सड़क निर्माण कार्य अधूरा रहने से बालू लदे वाहनों की गति पर रोक लग जा रही है। इसी बीच कई वाहन चालक बीच सड़क पर जहां-तहां वाहन खड़ा कर देते हैं। कुछ तो ओवरटेक कर जाम को विकराल बना देते हैं। इसे लेकर खनन विभाग समेत कोईलवर व ट्रैफिक पुलिस की ओर से सक्रिय होकर जाम पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। जहां-तहा वाहन खड़े करने पर ट्रैफिक पुलिस कर रही जुर्माना कोईलवर-छपरा समेत पटना मार्ग पर लग रहे महाजाम से लोगों को राहत देने के लिए ट्रैफिक पुलिस की ओर से बेतरतीब वाहन चलाने वालों और जहां-तहां वाहन खड़ा करने वालों से जुर्माना वसूला जा रहा है। ट्रैफिक डीएसपी मनोज कुमार सुधांशु के अनुसार लगातार नो पार्किंग समेत अन्य ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है। नो पार्किंग का प्रति वाहन 25 सौ रुपये जुर्माना किया जा रहा है। हर चार घंटे पर दो घंटे के लिए बंद होता है ई-चालान आरा। जिले में संचालित बालू घाटों पर पूरे दिन और रात भर बालू का खनन समेत वाहनों पर लोडिंग और बिक्री की जाती है। खनन पदाधिकारी राजेश कुशवाहा के अनुसार पहले से संचालित सभी बालू घाटों पर हर चार घंटे पर दो घंटे के लिए ई-चालान निर्गत होना बंद हो जाता है। कुछ घाट पर नियम का पालन नहीं हो रहा है। जाम से राहत में वाहनों को ई-चालान काटने का समय निर्धारित किया जाना बेहद जरूरी है। क्षमता से अधिक वाहन सड़क पर होने से भी जाम की समस्या उत्पन्न होती है। नोइंट्री से लेकर ई-चालान का समय सीमा तय होना जरूरी जिले की प्रमुख सड़कों को जाम से निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से कड़े फैसले लेने पड़ सकते हैं। खासकर पूर्व में अपनाये गये नियमों को फिर से लागू करना पड़ सकता है। पहले भी जिले की कुछ मार्गों पर वनवे सिस्टम के अलावा बालू घाटों से दिन में वाहनों का ई-चालान निर्गत करने पर रोक लगाने की प्रक्रिया अपनायी जाती रही है। हाल के दिनों में जाम की स्थिति को देख कड़े फैसले लेने से लोगों को जाम से थोड़ी राहत की उम्मीद की जा सकती है। फिलहाल इस तरह के नियम लागू नहीं हैं। -------------
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