वीकेएसयू : चार माह से वेतन और पेंशन नहीं, शुरू हुआ आंदोलन
-वेतन में लेटलतीफी के लिए शिक्षकों ने बनाई मानव शृंखला, दिया धरना पीजी शिक्षक संघ की बैठक

-वेतन में लेटलतीफी के लिए शिक्षकों ने बनाई मानव शृंखला, दिया धरना -धरना पर बैठे पीजी शिक्षक संघ को अन्य संघों के नेताओं का मिला समर्थन -बोले शिक्षक नेता-वेतन नहीं मिलने से शिक्षकों के समक्ष भुखमरी की स्थिति आरा। निज प्रतिनीधि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के शिक्षकों को पिछले चार माह से वेतन नहीं मिल पा रहा है। पेंशनरों की भी कमोबेश यही स्थिति है। बकाया वेतन भुगतान को लेकर वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। गुरुवार को वीर कुंवर सिंह विवि पीजी शिक्षक संघ ने मानव शृंखला बनाकर धरना-प्रदर्शन किया । धरना से पहले परिसर स्थित बाबू कुंवर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। धरना की अध्यक्षता पीजी शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. अमित कुमार ने की और संचालन सचिव डॉ. आमिर महमूद ने किया। विरोध प्रदर्शन में आए शिक्षकों ने मानव शृंखला बनाकर वेतन में लेटलतीफी के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। धरना में शामिल शिक्षकों ने वेतन और पेंशन जैसे ज्वलंत मुद्दों पर अपने विचारे रखे। शिक्षक चार महीने से लंबित वेतन के मुद्दे पर काफी आक्रोशित दिखे। पीजी शिक्षक संघ के धरना में वीर कुंवर सिंह विवि सेवा शिक्षक संघ और विवि शिक्षक संघ के नेता भी शामिल हुए। शिक्षक नेताओं ने कहा कि वेतन, पेंशन के अभाव में शिक्षकों के सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है और उन्हें गंभीर आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है। स्नातकोत्तर शिक्षक संघ वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय की इस मुहिम में सभी अन्य संघों की एकजुटता का भी आह्वान किया गया। धरना को संबोधित करते हुए वकुटा के सचिव डॉ. शशि राय ने भी आंदोलन को अपना समर्थन दिया। कहा कि आज विवि अकाउंट में किसी प्रकार की कमी या नए भुगतान व्यवस्था में किसी भी प्रकार की कमी के लिए शिक्षक जिम्मेदार नहीं है। आज वेतन नहीं मिलने से शिक्षक आर्थिक बदहाली का सामना कर रहे है। धरना को विवि सेवा शिक्षक संघ के प्रो दिवाकर पाण्डेय ने भी संबोधित किया। धरना में विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों ने भी अपने विचार रखे। मौके पर संघ के कोषाध्यक्ष डॉ. रामधनी राम, उपाध्यक्ष डॉ.रमेश कुमार, डॉ. चिंटू तथा विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष प्रो. कुंदन कुमार सिंह, प्रो. अवध बिहारी सिंह, प्रो.संजय सिंह, प्रो.दिवाकर पांडेय, प्रो.श्रीप्रकाश राय, प्रो. उमेश कुमार, डॉ.रमेश सिंह, प्रो. रामेश्वर सिंह, प्रो. दूधनाथ चौधरी, प्रो. ललित सागर, प्रो. यसवंत कुमार, डॉ. पूर्ति माहौर, डॉ. अमरेन्द्र नारायण भरत, डॉ.वकारुत जमा, डॉ शशि देव, डॉ. टविंकल केशरी, डॉ. पूनम शुक्ला, डॉ. संजय चौबे एवं अन्य शिक्षक उपस्थित रहे। बता दें कि वीर कुंवर सिंह विवि और अंगीभूत कॉलेजों में कार्यरत शिक्षकों को पिछले चार माह से वेतन नहीं मिला है। वेतन नहीं मिलने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति चरमरा गयी है। वेतन व पेंशन न मिलने से हाल बेहाल वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में कार्यरत शिक्षकों व कर्मियों के अलावा को वेतन व पेंशन न मिलने से उनका हाल बेहाल हो चला है। नवंबर, दिसंबर और जनवरी माह का वेतन अब तक नहीं मिला है, इधर, फरवरी माह भी समाप्ति की ओर है, लेकिन वेतन मिलने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही। वेतन और पेंशन न मिलने से शिक्षकों और पेंशनरों में आक्रोश बढ़ रहा है। सबसे अधिक परेशानी पेंशनरों की है। इनका परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। वैसे पेंशनर जिनकी दवा आदि पेंशन की राशि से खरीदी जाती है, वे अधिक परेशान हैं। पेंशनरों की पेंशन की राशि हुई जारी राज्य सरकार उच्च शिक्षा विभाग ने सेवानिवृत्त शिक्षक और कर्मियों के नवंबर और दिसंबर माह के पेंशन की राशि जनवरी में ही जारी कर दी गयी, लेकिन वेतन और पेंशन भुगतान की नई व्यवस्था से राशि खाते में अब तक नहीं गयी है। पेंशन मद में वीर कुंवर सिंह विवि को 29 करोड़ 14 लाख रुपये आवंटित हुए हैं। वहीं अतिथि शिक्षकों को भी दो माह का वेतन नई व्यवस्था से नहीं मिल पा रहा है। अतिथि शिक्षकों की स्थिति भी चरमरा गयी है। क्या कहते हैं अधिकारी वित्त पदाधिकारी शैलेश कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षकों और कर्मियों के वेतन मद में राशि आवंटित नहीं हुई है। वहीं पेंशनरों के लिए राशि प्राप्त है। अतिथि शिक्षकों के लिए भी राशि उपलब्ध है। सीएफएमएस का कार्य नहीं करने से भुगतान नहीं हो पा रहा है। शिक्षा विभाग के सीएफएमएस कोषांग में गुरुवार को भी कर्मी को भेजा गया था। जिस तरह की जानकारी मिली है, उससे उम्मीद है कि सोमवार तक यह सिस्टम कार्य करने लगेगा।
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