राहत : बी पैप के सहारे शुरू हुई सदर अस्पताल की आईसीयू
-तकनीकी गड़बड़ी के कारण नहीं शुरू हो सके पहले के वेंटीलेटर जाज ज जाजज जजाज ज जाज ज जाजज ज...
आरा। हिन्दुस्तान प्रतिनिधि
भोजपुर के मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। बी पैप मशीन के सहारे आरा सदर अस्पताल में आईसीयू शनिवार से चालू कर दी गयी। सिविल सर्जन डॉ एलपी झा के दिशानिर्देश में चिकित्सकों की टीम ने अथक प्रयास कर सदर अस्पताल की आईसीयू चालू कर दी। फिलहाल तीन आईसीयू बेड पर गंभीर मरीजों को शिफ्ट कर उनका इलाज शुरू कर दिया गया है। यह आईसीयू डॉक्टर नरेश कुमार के नेतृत्व में कार्य करेगी। डॉक्टर केएन सिन्हा इसके नोडल अधिकारी होंगे। आईसीयू चिकित्सा दल में डॉ उदय कुमार, डॉ शैलेन्द्र कुमार, डॉ अमन समेत कई अन्य चिकित्सक और पारा मेडिकल स्टाफ होंगे। डॉ उदय कुमार ने बताया कि फिलहाल तीन बेड हैं, जिन्हें आवश्यकता के अनुसार बढ़ाया जा सकता है। नोडल चिकित्सा पदाधिकारी डॉ केएन सिन्हा ने बताया कि डॉक्टर जयमीत अंकुर ने बाहर से आकर सदर अस्पताल के चिकित्सकों को मशीनें इंस्टॉल कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जिले में आईसीयू के प्रारंभ होने से गंभीर रूप से कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में मदद मिलेगी और उन्हें पटना रेफर किए बिना भी बेहतर व्यवस्था के तहत इलाज की सुविधा प्राप्त हो सकेगी।
भोजपुर को मिली है पांच बी पैप
भोजपुर सहित अन्य जिलों को पांच-पांच बी पैप मशीन राज्य मुख्यालय से प्राप्त हुई है। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने पार्टी से जुड़े नेताओं के वेबिनार में हाल में घोषणा भी की थी। उन्होंने वेबिनार में कहा था कि अब आरा सदर अस्पताल की आईसीयू चालू हो जायेगी। वेंटिलेटर के बदले अतिरिक्त व्यवस्था कर आरा सदर अस्पताल में दूसरी मशीन भेज दी गई है, जिसे चलाने के लिए बहुत दक्ष लोगों की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके बाद बी पैप मशीन जिला मुख्यालय के दवा भंडार में तीन दिन पहले से आकर रखी हुई थी। शनिवार को इसे चालू कराया गया।
कैसे काम करती है बीपैप मशीन
अगर किसी को सांस लेने में परेशानी होती है, तो एक बीपैप मशीन फेफड़ों में हवा को धक्का दे सकती है। एक मास्क या नाक प्लग वेंटिलेटर से जुड़ा रहता है। इसे सकारात्मक दबाव वेंटिलेशन कहा जाता है। डिवाइस हवा के दबाव के साथ फेफड़ों को खोलने में मदद करता है। बीपैप एक प्रकार का वेंटिलेटर का सब्स्टीट्यूट है।
सदर अस्पताल के आइसीयू में हैं पड़े हैं छह वेंटिलेटर
सदर अस्पताल के आईसीयू में कोरोना की पहली लहर में ही पिछले साल से ही छह वेंटिलेटर हैं। तकनीकी खराबी के कारण इसे चालू नहीं कराया जा सका है। फिलहाल बीपैप मशीन के सहारे आईसीयू संचालन शुरू हुआ है। इससे मरीजों को राहत मिलेगी।
हिन्दुस्तान लगातार चला रहा था अभियान
बता दें कि आपका प्रिय अखबार हिन्दुस्तान आरा सदर अस्पताल की आईसीयू व वेंटिलेटर चालू नहीं होने और इससे कोरोना मरीजों को होने वाली परेशानी को लेकर लगातार अभियान चला रहा था। अपके 24 अप्रैल के अंक में खबर छपी थी-सदर अस्पताल में बिना उपयोग के पड़े हैं वेंटिलेटर। फिर 29 अप्रैल के अंक में छपी थी-अनुरोध : सक्षम लोग आएं और वेंटिलेटर चलाएं। फिर 14 मई के अंक में खबर प्रमुखता से छपी थी-वेंटिलेटर के अभाव में दम तोड़ रहे मरीज।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।