वीकेएसयू : खुल गया शिक्षा विभाग का संबंधन पोर्टल, कॉलेज कर सकेंगे आवेदन
-तीन माह बाद खुला नव संबंधन व स्थायी संबंधन के लिए संबंधन पोर्टल आगामी 25 दिसंबर तक नव संबंधन, स्थायी और दीर्घीकरण को ले आवेदन
-तीन माह बाद खुला नव संबंधन व स्थायी संबंधन के लिए संबंधन पोर्टल -आगामी 25 दिसंबर तक नव संबंधन, स्थायी और दीर्घीकरण को ले आवेदन हि. असर आरा, निज प्रतिनिधि। उच्च शिक्षा विभाग के संबंधन का पोर्टल आखिरकार तीन माह बाद खुल गया। संबंधन को इच्छुक महाविद्यालय शिक्षा विभाग के पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं। पोर्टल खुलने के बाद वैसे कॉलेज, जिन्हें स्थायी संबंधन अथवा दीर्घीकरण को लेकर आवेदन करना है, उनमें खुशी है। अगर पोर्टल नहीं खुलता तो उनके कॉलेज के संबंधन पर संकट उत्पन्न हो जाता। इधर, वैसे कॉलेज जिन्हें नव संबंधन लेना है, वे भी आवेदन कर सकते हैं। शिक्षा विभाग की ओर से संबंधन को लेकर नया पोर्टल बनाया गया है। पोर्टल खुलने के बाद से वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय और राज्य सरकार से आगामी सत्र से संबंधन लेने के लिए पोर्टल पर आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। शिक्षा विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करने के साथ ऑफलाइन आवेदन विवि में जमा किया जाना है। राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के पोर्टल पर नव संबंधन, दीर्घीकरण और स्थायी संबंधन की मांग करने वाले कॉलेज 25 दिसंबर तक आवेदन करेंगे। ऑनलाइन आवेदन के साथ मापदंड से जुड़े कागजात भी अपलोड करने हैं। इधर, वैसे कॉलेज जिन्होंने गत वर्ष संबंधन को आवेदन किया था और उनका आवेदन अस्वीकृत हो गया है, वे भी आवेदन करेंगे। सत्र 2025-29 के लिए निर्धारित अवधि में आवेदन नहीं करने वाले कॉलेजों को संबंधन नहीं मिलेगा। नव संबंधन, दीर्घीकरण और स्थायी संबंधन की मांग करने वाले कॉलेज निर्धारित तिथि तक हर हाल में आवेदन करेंगे। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें विवि स्तर से संबंधन नहीं मिल पायेगा। बता दें कि पोर्टल नहीं खुलने और संबंधन को ले आवेदन नहीं होने से आधा दर्जन कॉलेजों के संबंधन पर संकट के बादल मंडराने लगे थे। मालूम हो कि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय और राज्य सरकार से आगामी सत्र में संबंधन लेने के लिए 15 सितंबर तक ही आवेदन किया जाना था, लेकिन इस बार पोर्टल नहीं खुलने के कारण कोई कॉलेज आवेदन नहीं कर पाये। हिन्दुस्तान ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी खबर मालूम हो कि संबंधन का पोर्टल नहीं खुलने से कॉलेजों की परेशानी संबंधित मामला आपके अपने प्रिय अखबार हिन्दुस्तान ने प्रमुखता से उठाया था। बीते तीन दिसंबर को नहीं खुला संबंधन के आवेदन को पोर्टल, छह कॉलेजों पर संकट ...शीर्षक से खबर प्रकाशित की गयी थी। आवेदन नहीं लिए जाने से विवि के आधा दर्जन कॉलेजों की परेशानी बढ़ गई थी। इनमें वैसे कॉलेज अधिक परेशान हैं, जिन्हें एक सत्र के लिए ही संबंधन मिला है। इन कॉलेजों के आवेदन नहीं करने के कारण उनके संबंधन पर ब्रेक लगता दिख रहा था। अगर पोर्टल नहीं खुलता, तो अगले सत्र यानी 2025-26 में उनके यहां दाखिला भी नहीं होता। मालूम हो कि आधा दर्जन कॉलेज ऐसे हैं, जिन्हे स्थायी संबंधन और दीर्घीकरण को लेकर आवेदन करना है। उनके संबंधन की अवधि चालू सत्र तक ही है। अगले सत्र के लिए दीर्घीकरण की आवश्यकता है। आवेदन के बाद विवि जांच समिति करेगा गठित मालूम हो कि ऑनलाइन आवेदन के बाद कॉलेजों को ऑफलाइन आवेदन की कॉपी विवि के संबंधन विभाग में जमा करना होगा। इसके बाद विवि द्वारा कॉलेजों के भौतिकी सत्यापन को ले कमेटी का गठन किया जायेगा। जांच प्रतिवेदन को संबंधन समिति की बैठक में रखा जायेगा। इसके बाद सिंडिकेट और सीनेट से पास करा राज्य सरकार के शिक्षा विभाग को भेजा जायेगा। शिक्षा विभाग से संबंधन मिलने पर ही एडमिशन होगा। वैसे कॉलेज जिन्हें नव संबंधन लेना है, वे भी आवेदन करेंगे। जानकारों की मानें तो इस बार विलंब के कारण तेजी से सभी कार्य पूरे होंगे। विवि में सात जनवरी को सीनेट की बैठक भी प्रस्तावित है।
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