वीकेएसयू : कॉलेजों में संचालित विषयों का नाम वेबसाइट पर अपलोड नहीं
-सिर्फ अंगीभूत कॉलेजों का डाटा अपलोड पर जानकारी की कमी, अधिकतर संबद्ध कॉलेजों का डाटा पोर्टल पर नहीं है अपलोड

-सिर्फ अंगीभूत कॉलेजों का डाटा अपलोड पर जानकारी की कमी -अधिकतर संबद्ध कॉलेजों का डाटा पोर्टल पर नहीं है अपलोड आरा। निज प्रतिनिधि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले संबद्ध कॉलेजों की संबद्धता की जानकारी पोर्टल पर अपलोड नहीं है। इजिस कारण इनकी जानकारी सार्वजनिक नहीं हो पायी है, जबकि इस मामले में राजभवन और यूजीसी का दिशा-निर्देश भी प्राप्त है। सिर्फ अंगीभूत कॉलेजों की जानकारी ही विवि के पोर्टल पर मौजूद है। इसमें भी विषयवार जानकारी का ब्योरा नहीं दिया गया है। मालूम हो कि राजभवन और यूजीसी का स्पष्ट निर्देश है कि विवि के अंतर्गत अनुमोदित पाठ्यक्रमों और संस्थानों की सूचना अख़बार और वेबसाइट पर देनी है। इस बाबत राजभवन ने वर्ष 2016 में ही सभी विवि को निर्देश जारी किया था। इसमें कहा था कि इससे विद्यार्थियों को एडमिशन लेने में सहूलियत मिलेगी। किस कॉलेज में किस विषय की पढ़ाई होती है और मान्यता कितने साल की है, इसे अपलोड करें। दरअसल इसका उद्देश्य यह है कि नामांकन के दौरान छात्र- छात्राओं को परेशानी नहीं हो। साथ ही विद्यार्थी सही कॉलेज का चयन कर सकें और उन्हें आर्थिक नुकसान नहीं उठाना पड़े। क्योंकि, बिना अनुमोदित पाठ्यक्रम और संस्थान में दाखिला अगर विद्यार्थी लेते हैं तो उनका कॅरियर संकट में पड़ जाता है। गत वर्षों में इस तरह का मामला उजागर भी हो चुका है। बावजूद अब तक संबद्ध कॉलेज व उसकी मान्यता, संबंधन, विषय की जानकारी न तो कॉलेज अपलोड कर पाये हैं और न ही विवि प्रशासन। संबद्ध कॉलेजों के मामले में यूजीसी का निर्देश यूजीसी ने भी पिछले साल निर्देश जारी करते हुए विवि को संबद्ध कॉलेजों की जानकारी पोर्टल पर अपलोड करने के अलावा यूजीसी को भी अवगत कराने को कहा था। यूजीसी ने छात्र-छात्राओं को नामांकन के समय किसी तरह की गलत जानकारी नहीं मिले, इसलिए यह कदम उठाया था। कॉलेजों को लेकर फैलाये जाने वाले भ्रमों से छात्रों को बचाने के लिए यूजीसी ने अहम पहल की थी। मालूम हो कि इसके तहत विवि को संबंद्ध कालेजों और संस्थानों का ब्योरा अनिवार्य रूप से वेबसाइट पर देना था। साथ ही यदि किसी कालेज की संबद्धता (संबंधन) खत्म की गई है, तो इसकी भी जानकारी देनी थी। वहीं कॉलेजों को भी वेबसाइट पर यह बताना था कि उन्हें किस विश्वविद्यालय से किस विषय की किस अवधि तक के लिए संबद्धता दी गई है। बावजूद इन आदेशों का पालन नहीं हो रहा है। विद्यार्थियों की परेशानी से कराया था अवगत विवि को लिखे पत्र में यूजीसी ने कहा है कि ऐसे मामले लगातार आ रहे हैं, जिसमें यह पाया गया है कि विश्वविद्यालय अपनी अधिकारिक वेबसाइट पर संबद्ध संस्थानों या कॉलेजों का ब्योरा अपडेट नहीं रखते हैं। इसके चलते कुछ संस्थान इसका फायदा उठाकर छात्रों को गलत जानकारी देते हैं। विद्यार्थी भी बिना संबद्धता वाले कॉलेजों में दाखिला ले लेते हैं। बाद में उन्हें परेशानी उठानी पड़ती है। कई बार की गयी है शिकायत आरटीआई कार्यकर्ता अजय कुमार तिवारी ने बताया कि कॉलेजों की वेबसाइट पर छात्र-छात्राओं से जुड़ी जानकारी भी नहीं रहती है, जबकि यूजीसी और राजभवन का स्पष्ट निर्देश है। क्योंकि, छात्र और अभिभावक एडमिशन से पहले जानकारी हासिल कर सकें। इसके अनुपालन को ले कई बार पत्र दिया गया, लेकिन कोई कदम अब तक नहीं उठाया जा सका है। क्या कहते हैं अधिकारी अंगीभूत कॉलेजों की वेबसाइट अपडेट रहती है। संबद्ध कॉलेजों को निर्देश दिया जायेगा कि वे अपनी वेबसाइट पर तमाम जानकारी अपलोड करें। प्रो रणविजय कुमार, कुलसचिव, वीकेएसयू
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