बिटिया के हाथ पीले होने के ठीक पहले उठी पिता की अर्थी
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कोईलवर। एक संवाददाता
भोजपुर में एक और बिटिया के हाथ पीले होने के पहले ही पिता की अर्थी उठ गई। हाल में ही बिहिया में इस तरह का वाकया हुआ था कि अब कोईलवर में वह दुहरा गया। तब ट्रेन से ही कट फेरी वाले की मौत हुई थी और अब माली की। कोईलवर रेलवे स्टेशन पर बुकिंग के समीप अप लाइन पर ट्रेन की चपेट में आने से एक अधेड़ व्यक्ति की मौत हो गई। इसकी जानकारी मिलते ही नजदीकी इलाके में अफरा-तफरी मच गई। मृतक कोईलवर थाना क्षेत्र के बबुरबानी घाट वार्ड नंबर 14 निवासी स्व राम माली के 55 वर्षीय पुत्र बुधराम माली थे। स्टेशन प्रबंधन की ओर से दी गई सूचना के बाद राजकीय रेल पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच शव का पोस्टमार्टम करा मामला दर्ज किया। फिर शव को मृतक के परिवार वालों को सौंप दिया। स्थानीय पूर्व वार्ड पार्षद रमेश कुमार ने बताया कि बुधराम माली का परिवार सजावटी फूल बना बाजार में बेचा करता था। बेटी की हल्दी की रस्म हो गयी थी व आज ही बिटिया लक्ष्मी की बारात आने वाली थी। लड़के वाले आसनसोल से कोईलवर शादी करने के लिए पहुंचे थे कि ऐन मौके पर उक्त हादसा हो गई। इस हादसे के बाद पूरे बबुरबानी क्षेत्र में मातम पसर गया है। दूसरी तरफ लड़की को समझा-बुझा कर उसके हाथ पीले करने की तैयारियां चल रही हैं। बहरहाल, बिटिया के हाथ पीले करने के पहले ही पिता की उठी अर्थी ने सबके चेहरे पर मायूसी ला दी है।
बता दें कि कोईलवर स्टेशन से सटे दक्षिण रेलवे की जमीन पर रह रहे कई परिवारों के साथ बबुरबानी घाट पर बुधराम माली भी रहता था। मृतक की पत्नी तारा देवी ने बताया कि बीते कुछ वर्षों से उनके पति की दिमागी हालत ठीक नहीं थी और मिर्गी की शिकायत के कारण अक्सर वह घर से गायब हो जाते थे। शुक्रवार को हल्दी समारोह के बाद रात में सभी लोग खाना खाकर घर में सोए थे और शनिवार की सुबह वह घर से गायब थे। उनके ट्रेन से कट जाने की जानकारी मिली। मृतक अपने तीन भाई व तीन बहनों में सबसे छोटे थे। मृतक के परिवार में पत्नी तारा देवी के साथ पांच पुत्र व पांच पुत्रियां हैं। हादसे के बाद मृतक के घर में शादी का माहौल मातम में बदल गया। मृतक की पत्नी तारा देवी व परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।
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जवान बेटे के वियोग में मां की भी मौत, मचा कोहराम
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पिता की मौत के बाद अपनी मां को रखता था साथ में
तीन छोटे-छोटे बच्चों के सिर से उठ गया पिता का साया
गड़हनी। एक संवाददाता
स्थानीय प्रखंड के काउप गांव में पुत्र की मौत का सदमा आखिरकार बर्दाश्त नहीं कर सकी मां। बेटे के वियोग में मां की भी मौत हो जाने से घर में कोहराम मच गया है। जानकारी के मुताबिक काउप गांव निवासी स्व मंगनी चौधरी के चार पुत्रों में से सबसे छोटे 36 वर्षीय पुत्र लालजी चौधरी थे। उनकी मृत्यु एक सप्ताह पूर्व सांस लेने में हो रही परेशानी के कारण हो गई थी। मृतक की मां लालझारो देवी अपने छोटे पुत्र लालजी चौधरी के साथ ही रहती थी। लालजी चौधरी भी अपनी मां का बहुत ख्याल रखते थे। पुत्र लालजी की मृत्यु के बाद से ही मां लालझारो देवी बदहवास रहती थी। बेटे के वियोग में शनिवार को हृदयगति रुक जाने से उनकी भी मृत्यु हो गई। बता दें कि मृतक लालजी चौधरी के दो पुत्रों में एक 12 साल और दूसरा 8 साल का है। वहीं पुत्री छह साल की है। तीनों बच्चों के पिता के मृत हो जाने से सिर से साया उठ गया। ग्रामीण बताते हैं कि स्व मंगनी चौधरी के चार पुत्रों में सबसे छोटा लालजी चौधरी था। पिता के मरने के बाद से अपनी मां को अपने पास रखता था। मृत्यु की खबर सुनकर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि ओम नारायण साह ने पीड़ित परिजनों को ढांढ़स बंधाया और सरकार द्वारा मिलने वाली राशि दिलाने की बात कही। साथ ही मृत परिवार के लिए तत्काल खाने-पीने की व्यवस्था कराई है ताकि मृतक की पत्नी व तीन छोटे-छोटे बच्चों को भोजन की परेशानी न हो।
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