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वीकेएसयू : गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर नहीं बना शोध केंद्र

-सिंडिकेट के निर्णय के पांच साल बाद भी प्रस्ताव ठंडे बस्ते मेंज ज जसजज ज ज ज ज ज

Newswrap हिन्दुस्तान, आराThu, 14 Nov 2024 07:31 PM
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-सिंडिकेट के निर्णय के पांच साल बाद भी प्रस्ताव ठंडे बस्ते में -डॉ वशिष्ठ के नाम पर चेयर स्थापित करने का हुआ था निर्णय आरा। निज प्रतिनिधि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में महान गणितज्ञ डॉ वशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर आज तक शोध केंद्र (चेयर) स्थापित नहीं सका है। सिंडिकेट के निर्णय के बावजूद चेयर स्थापित नहीं होना कई तरह के सवाल को खड़े करता है। बता दें कि विश्व विख्यात महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह के निधन के बाद वर्ष 2019 में विवि में हुई सिंडिकेट ने उनके नाम पर शोध सहित अन्य कार्यों के लिए चेयर स्थापित करने का निर्णय लिया था। उस वक्त इस चेयर का नाम डॉ वशिष्ठ नारायण सिंह मैथमेटीक्ल्स चेयर रखने पर सहमति भी बनी बनी थी। तत्कालीन सिंडिकेट सदस्य डॉ के सिंह के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पास किया गया था, लेकिन आज पांच वर्ष बाद भी उक्त प्रस्ताव अमली जामा नहीं पहन सका। महान गणितज्ञ को उनके जिले का विवि ही भूलता जा रहा है। गुरुवार को गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह को उनकी पांचवीं पुण्यतिथि पर याद करते हुए कई शिक्षाविदों ने उनके नाम पर चेयर स्थापित किये जाने की मांग विवि प्रशासन से की। कहा कि चेयर स्थापित होने से विवि के विद्यार्थियों को बहुत लाभ होगा। विद्यार्थियों को होगा लाभ मालूम हो कि गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर शोध केंद्र (चेयर) बनने पर विवि में शोध के कार्य होंगे। चेयर स्थापित होने से महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह की जीवनी से जुड़े हर कार्य पर शोध भी विद्यार्थी करेंगे। साथ ही उनके नाम पर विवि में रिसर्च सेंटर खुलेगा। रिसर्च सेंटर के अलावा लाइब्रेरी भी विकसित होगी। इसमें उनकी जीवनी से जुड़ी पुस्तकें, तस्वीर व अन्य वस्तुएं रहेंगी। साथ ही उनके नाम की फोटो गैलेरी भी बनेगी। अलबर्ट आइंस्टीन के सिद्धान्त को भी दी थी चुनौती बता दें कि पद्म श्री वशिष्ठ नारायण सिंह ऐसे भारतीय गणितज्ञ थे, जिन्होंने अलबर्ट आइंस्टीन के सिद्धान्त को भी चुनौती दी थी। उनकी योग्यता का डंका देश-दुनिया में बजा था। विवि में उनके नाम पर चेयर खुलने से गणित के सूत्र सहित अन्य बिंदुओं पर शोध होगा, जिससे विवि खासकर शाहाबाद के विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। चेयर स्थापित होने के बाद विश्व स्तर का सेमिनार भी विवि में हो सकेगा। विवि के विज्ञान भवन का नामकरण भी धरातल पर नहीं मालूम हो कि वीर कुंवर सिंह सिंह विश्वविद्यालय परिसर स्थित विज्ञान भवन का नामकरण विवि ने महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर किया है। विज्ञान भवन को अब वशिष्ठ नारायण सिंह भवन के नाम से जाना जाता है। हालांकि भवन पर अब तक नाम नहीं लिखा जा सका है। पिछले वर्ष एकेडमिक काउंसिल ने विवि के विज्ञान भवन का नामकरण उनके नाम पर किया गया था। इधर, उनके नाम पर गणित के टॉपर विद्यार्थियों को दीक्षांत समारोह में गोल्ड मेडल देने का भी निर्णय हुआ है। हालांकि चेयर का प्रस्ताव अब ठंडे बस्ते में है। बता दें कि महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह की याद में आरा कलेक्ट्रेट परिसर की दीवार पर पोट्रेट भी बनाया गया है। मरणोपरांत भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री की उपाधि भी दी है। क्या कहते हैं अधिकारी वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह चेयर स्थापित किए जाने से से संबंधित मामला संज्ञान में है। इस संबंध में आवश्यक कदम उठाये जायेंगे। शोध केंद्र के लिए जल्द ही कवायद तेज की जायेगी। विज्ञान भवन पर जल्द ही उनके नाम का नेम प्लेट लिखा जायेगा। प्रो रणविजय कुमार, कुलसचिव, वीकेएसयू ....................................................

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