यज्ञ में संत ने शिव-पार्वती विवाह का किया वर्णन
गड़हनी के बलिगांव में चल रहे नौ दिवसीय श्रीराम कृष्ण महायज्ञ में अयोध्या से आए विद्वान श्री अर्जुन शास्त्रीजी ने माता सती के प्रसंग के माध्यम से रामजी के प्रति संशय को दूर करने की बात कही। उन्होंने...

गड़हनी,एक संवाददाता। प्रखंड के बलिगांव में चल रहे नौ दिवसीय श्रीराम कृष्ण महायज्ञ में प्रवचन के लिए अयोध्या से पधारे विद्वान श्री अर्जुन शास्त्रीजी महाराज ने सोमवार को सती प्रसंग सुनाते हुए कहा कि माता सती को जो संशय हुआ, रामजी के प्रति वह कलयुग के प्राणी मात्र को उपदेश दे रही हैं। अपनी लीला से और यह शिक्षाप्रद है कि आप सब इस प्रकार के संशय न करें क्योंकि राम जी परिपूर्ण ब्रह्म है, जिनकी लीला मर्यादित है। उनकी लीलाओं को बड़े-बड़े ब्रह्मादिक देवता नहीं जान सके। साथ ही कहा कि जो भाव में डूबते हैं, वह भवसागर में नहीं डूबते हैं और जो भावुकता में डूब जाते हैं, वह भवसागर में डूब जाते हैं। इसलिए भगवान शिव भाव में डूबे हैं और माता सती भावुकता में डूब रही है। व्यास जी ने राम कथा के कतिपय प्रसंगों को वर्णन करते हुए शिव पार्वती विवाह का भी सुचारू रूप से वर्णन किया और श्रोताओं को खूब प्रसंग के माध्यम से आनंदित किया। साथ ही भगवान व भक्त के संबंध में भी विस्तार से बताया और कहा कि भक्त यदि भगवान से भाव मे विभोर होकर जो भी मांगते है उन्हें जरूर मिलता है। बता दें कि यज्ञ चार मार्च से चल रहा है और 12 मार्च को विशाल भंडारा के साथ संपन्न होगा।
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