बिहार को एक और वंदे भारत; सहरसा से सियालदह तक दौड़ेगी सुपरफास्ट ट्रेन, ऐसा होगा रूट
बिहार को जल्द एक और वंदे भारत ट्रेन मिलने वाली है। सहरसा से सियालदह तक जाने वाली ये पहली वंदे भारत एक्सप्रेस होगी। ट्रेन के चलने से सहरसा सहित सुपौल और मधेपुरा के लोगों को सियालदह जाने के लिए नया रूट मिल जाएगा।
बिहार को जल्द एक और वंदे भारत की सौगात मिलने वाली है। सहरसा- सियालदह अप डाउन वंदे भारत एक्सप्रेस जल्द चलेगी। ट्रेन का परिचालन मानसी, खगड़िया, झाझा के रास्ते होगा। नई ट्रेन चलाने को लेकर पूर्व मध्य रेल ने तैयारी शुरू कर दी है। पूर्व मध्य रेल के सीपीटीएम ने समस्तीपुर और दानापुर मंडल के सीनियर डीओएम को पत्र लिखकर ट्रेन मैनेजर (गार्ड) को रूट का लर्निंग व तकनीकी प्रशिक्षण कराने का निर्देश दिया है।
इसके अलावा लोको पायलट (चालक) और असिस्टेंट लोको पायलट को भी नए रूट को देखने के लिए प्रशिक्षण देने के लिए कहा गया है। सूत्रों की माने तो ट्रेन परिचालन होने पर समस्तीपुर मंडल के ट्रेन मैनेजर झाझा तक जाएंगे। झाझा से दानापुर मंडल के ट्रेन मैनेजर ट्रेन को लेकर आगे जाएंगे। सहरसा-सियालदह वंदे भारत एक्सप्रेस सहरसा से चलने वाली पहली ट्रेन होगी। हालांकि, सहरसा से सियालदह जाने वाली यह दूसरी ट्रेन होगी। अभी सहरसा से सियालदह हाटे बाजारे एक्सप्रेस चलती है।
वहीं वंदे भारत का रूट हाटे बाजारे से अलग खगड़िया, झाझा होकर होगा। इस ट्रेन के चलने से सहरसा सहित सुपौल और मधेपुरा के लोगों को सियालदह जाने के लिए नया रूट मिल जाएगा। इस ट्रेन से श्रद्धालु देवघर भी आ जा सकेंगे। जब वंदे भारत एक्सप्रेस का परिचालन होगा तो 110 किमी प्रति घंटे की गति से सहरसा-मानसी रूट पर चलेगी। इससे पहले हाल ही में बिहार को चार वंदे भारत ट्रेनों की सौगात मिली थी। जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाई थी। जिसमें टाटानगर-पटना, भागलपुर-हावड़ा और गया-हावड़ा वंदे भारत ट्रेन के अलावा देवघर-वाराणसी वंदे भारत शामिल हैं।