कोसी महासेतु से गुजरी अमृत भारत ट्रेन, दूसरा ट्रायल सफल; पीएम 24 अप्रैल को रवाना करेंगे
अमृत भारत ट्रेन का बिहार के सहरसा से सरायगढ़ (सुपौल) होकर घोघराडीह (मधुबनी) तक ट्रायल बुधवार को किया गया। इस दौरान ट्रेन को ऐतिहासिक कोसी महासेतु से गुजारा गया।

बिहार की दूसरी अमृत भारत ट्रेन का बुधवार को ट्रायल सफल रहा। सहरसा से घोघरडीहा (मधुबनी) तक इस ट्रेन को अधिकतम 100 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से दौड़ाया गया। इस दौरान अमृत भारत ट्रेन ऐतिहासिक कोसी महासेतु से भी गुजरी। नई अमृत भारत ट्रेन सहरसा से दिल्ली होकर अमृतसर तक चलाई जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 24 अप्रैल को इस ट्रेन को वर्चुअल हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। समस्तीपुर रेल मंडल के पदाधिकारी इसकी तैयारी में जुटे हैं। इस ट्रेन का पहला ट्रायल 10 अप्रैल को सहरसा से सरायगढ़ तक हुआ था। ट्रेन का तीसरा ट्रायल सहरसा से खगड़िया होते समस्तीपुर तक करने की योजना है।
जानकारी के अनुसार दूसरे ट्रायल के दौरान बुधवार को अमृत भारत का रैक सहरसा से कोसी महासेतु होकर घोघरडीहा तक चलाई गई। इस दौरान सुपौल से सरायगढ़ के बीच ट्रेन की गति 70 किमी प्रति घंटा रही। कोसी महासेतु पर ट्रेन को 15 की स्पीड से चलाया गया। वहीं घोघरडीहा की तरफ से वापस लौटने में कोसी महासेतु पर ट्रेन की स्पीड 50 रही।
ट्रायल के दौरान अमृत भारत ट्रेन सहरसा रेलवे स्टेशन से दोपहर 12 बजकर 7 मिनट पर रवाना हुई। फिर सरायगढ़ 12.42 बजे पहुंची। सरायगढ़ में दिशा बदलने के कारण ट्रेन रुकी और वहां से चलकर दोपहर 1.37 बजे घोघरडीहा पहुंची। हालांकि, ट्रेन में दोनों तरफ इंजन लगा रहने के कारण इंजन रिवर्स करने की जरूरत नहीं पड़ी। वापसी में घोघरडीहा से ट्रेन दोपहर 2.16 बजे खुली।
बता दें कि बिहार की पहली अमृत भारत ट्रेन दरभंगा से नई दिल्ली के बीच पिछले साल शुरू की गई थी। अब सहरसा से अमृतसर तक ऐसी दूसरी ट्रेन को शुरू किया जा रहा है। पुश-पुल तकनीक पर आधारित यह ट्रेन तेज गति से चलने वाली रेलगाड़ियों में से एक है। इस ट्रेन में जनरल और स्लीपर समेत 22 कोच हैं।