50 पोकलेन और जेसीबी मशीनें, 1200 मजदूर; छठ घाटों की सफाई में प्रशासन ने पूरी ताकत झोंकी
बिहार की राजधानी पटना में छठ घाटों की सफाई का काम जोरों पर है। पटना नगर निगम और जिला प्रशासन की ओर से 1200 मजदूर और 50 पोकलेन-जेसीबी मशीनों को लगाकर युद्ध स्तर पर छठ घाटों को तैयार करने का काम किया जा रहा है।
लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा 2024 को देखते हुए पटना जिला प्रशासन और नगर निगम ने गंगा घाटों की सफाई के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। इसके लिए 50 पोकलेन और जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं। 1200 मजदूर भी घाटों को समतल करने और सफाई व्यवस्था में जुटे हैं। प्रशासन का कहना है कि छठ के तीन दिन पहले सभी घाटों को तैयार कर लिया जाएगा। संपर्क पथ बनाने के लिए भी जेसीबी और पोकलेन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
हालांकि, पटना के कलेक्ट्रेट और महेन्द्रू घाट को तैयार करना अब भी चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। दोनों घाट महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि इन पर 50 हजार छठ व्रती पूजा करते हैं। यदि दोनों घाट समय पर तैयार नहीं हुए तो छठ व्रतियों की भीड़ दीघा और गांधीघाट की ओर रूख करेंगे। ऐसे में इन घाटों पर भीड़ बढ़ सकती है। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि प्रयास किया जा रहा है कि संपर्क पथ को बना दिया जाए। इस बार बाढ़ आने के कारण दलदल अधिक है। इसलिए संपर्क पथ बनाने में परेशानी हो रही है। गाद भी अधिक है उसे हटाकर सूखी मिट्टी डाला जा रही है, लेकिन इसके बावजूद घाट को तैयार करना काफी कठिन है।
यदि समय पर दोनों घाट तैयार नहीं हुए तो इसे खतरनाक घाट की श्रेणी में शामिल किया जा सकता है। गंगा घाट के अलावा शहर के विभिन्न पार्कों में भी छठ पूजा करने की तैयारी चल रही है। 45 ऐसे पार्क चिह्नित किए गए हैं, जहां छठ का आयोजन होगा। 45 पार्क और 63 तालाबों में भी छठव्रतियों के लिए सभी सुविधा रहेगी। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि घर, अपार्टमेंट के छत पर या पार्क में छठ करने वाले परिवारों के लिए पवित्र गंगाजल पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन की ओर सेव्यवस्था की जाएगी। प्रशासन की ओर से टैंकर से अपार्टमेंट, सोसाइटीज और कॉलोनियों में गंगाजल उपलब्ध कराया जाएगा।