टेस्ला प्लांट के लिए भारत को अभी करना होगा इंतजार, कंपनी सस्ती इलेक्ट्रिक कार बाहर से बनाकर देश में बेचेगी
- सरकार की नई ईवी पॉलिसी के बाद टेस्ला के लिए भारतीय बाजार की राह आसान हो गई है। माना जा रहा है कि कंपनी इस साल के आखिर तक कुछ सस्ती इलेक्ट्रिक कारों के साथ भारतीय बाजार में दस्तक देगी।
सरकार की नई ईवी पॉलिसी के बाद टेस्ला के लिए भारतीय बाजार की राह आसान हो गई है। माना जा रहा है कि कंपनी इस साल के आखिर तक कुछ सस्ती इलेक्ट्रिक कारों के साथ भारतीय बाजार में दस्तक देगी। इस बीच, कंपनी भारत में अपना प्लांट लगाने पर भी काम कर रही है। अब टेस्ला ने कहा है कि वो इस साल के आखिर में नए और अफॉर्डेबल ई-व्हीकल बनाने के लिए अपने मौजूदा प्लांट का इस्तेमाल करेगी। ऐसे में कंपनी फ्यूचर में मैक्सिको और भारत में नए प्लाटं पर जो निवेश करने वाली है उसकी संभावना कम हो गई है।
टारगेट पूरा नहीं, फिर भी शेयर में तेजी
कंपनी ने बताया कि वो नई मैन्युफैक्चरिंग लाइन में निवेश करने से पहले 2023 से लगभग 3 मिलियन व्हीकल की अपनी मौजूदा प्रोजक्शन कैपेसिटी को 50% तक बढ़ाने की योजना बना रही है। कंपनी ने बताया कि इसके चलते पहले की तुलना में लागत में कमी आ सकती है। प्लांट में निवेश करने वाले निवेशकों ने भी नई फैक्ट्रियों में नए मॉडल बनाने का जोखिम ना लेने के फैसले पर खुशी जताई। इस तिमाही नतीजों में कंपनी का फाइनेंशियल टारगेट पूरा नहीं हुआ। इसके बाद भी टेस्ला के शेयर 12% तक ऊपर चले गए थे।
मॉडल 2 लॉन्च करने की योजना रद्द
इवॉल्व ईटीएफ के चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर इलियट जॉनसन ने कहा, "मुझे लगता है कि बाजार में नई चुनौतियों को स्वीकार करते हुए अपने मौजूदा प्लांट में सस्ते प्रोडक्ट को तैयार करना पॉजिटिव कदम है। हालांकि, कंपनी अपनी योजना के साथ आगे नहीं बढ़ रही है। रॉयटर्स ने 5 अप्रैल की एक रिपोर्ट में कहा था कि टेस्ला ने अपने सस्ती इलेक्ट्रिक कार मॉडल 2 को लॉन्च करने की योजना को रद्द कर दी है। जिसे टेस्ला ने टेक्सास, मैक्सिको और एक तीसरे देश में बनाने की योजना बनाई थी। उम्मीद की गई थी कि मॉडल 2 की कीमत 25,000 डॉलर होगी। हालांकि, रॉयटर्स की रिपोर्ट पर एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि 'रॉयटर्स झूठ बोल रहा है'।
पुराने प्लांट से ही नए व्हीकल तैयार होंगे
जनवरी में मस्क ने कहा था कि टेस्ला का लक्ष्य 2025 की दूसरी छमाही में नया सस्ता मॉडल पेश करने पर है। इस मॉडल में 'रिवॉल्यूशनरी मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी' का इस्तेमाल किया जाएगा जो टेस्ला के लिए नई राह तैयार करेगी। अब टेस्ला के इंजीनियरिंग हेड लार्स मोरावी ने मंगलवार को कहा कि नई मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस और प्रोडक्शन लाइनें कुछ रिस्क के साथ आती हैं। ऐसे में कंपनी ने कम लागत वाले व्हीकल को बेहतर बनाने के लिए अपने प्लांट की 'मेजर शिफ्ट' में बदलाव किया है।
भारत की योजना पर फिलहाल चुप्पी
उम्मीद इस बात की थी कि मस्क सोमवार को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे। वे एक छोटे और अफॉर्डेबल मॉडल के प्रोडक्शन के लिए एक ऑटो फैक्ट्री में बड़े निवेश की घोषणा करेंगे। मस्क ने पिछले साल कहा था कि टेस्ला मैक्सिको में अपना प्लांट बनाएगी, लेकिन प्लांट कब तक तैयार होगा इस बात का फैसला अर्थव्यवस्था और ब्याज दरों पर निर्भर करेगा। टेस्ला ने मेक्सिको और भारत में अपनी योजनाओं पर अभी कोई जवाब नहीं दिया।
6,000 कर्मचारियों की होगी छंटनी
टेस्ला ने फाइनेंशियल ईयर 2024-25 की पहली तिमाही के नतीजों का ऐलान कर दिया। जनवरी से मार्च की इस तिमाही के दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 55% तक घट गया। दूसरी तरफ कंपनी ने बड़ी छंटनी का ऐलान कर दिया। कंपनी कॉस्ट कटिंग के चलते 6,000 लोगों को नौकरी से निकालने जा रही है। टेस्ला ने कहा कि वो टेक्सास और कैलिफोर्निया में 6,020 कर्मचारियों की छंटनी करेगी।
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