पंत ने भी वही नियम तोड़ा जिससे साइरस मिस्त्री की हो गई थी मौत, मर्सिडीज कार भी हो गई फेल
ऋषभ पंत का 30 दिसंबर, शुक्रवार की सुबह करीब 5.30 बजे दिल्ली-देहरादून हाईवे पर रुड़की के पास एक्सीडेंट हो गया है। वे अपनी मर्सिडीज GLE 43 सेडान से घर जा रहे थे। घर जाकर मां को सरप्राइज देना चाहते थे।

ऋषभ पंत का 30 दिसंबर, शुक्रवार की सुबह करीब 5.30 बजे दिल्ली-देहरादून हाईवे पर रुड़की के पास एक्सीडेंट हो गया है। वे अपनी मर्सिडीज GLE 43 सेडान से घर जा रहे थे। घर जाकर मां को सरप्राइज देना चाहते थे। इस वजह से जल्दबाजी में कार की स्पीड बहुत ज्यादा थी। अब तक जो जानकारी सामने आई उसके मुताबिक, उनकी कार 150Km/h की स्पीड से दौड़ रही थी। कहने को जिस मर्सिडीज GLE 43 से सफर कर रहे थे उसे यूरो NCAP ने क्रैश टेस्ट में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग दी है। सेफ्टी के लिए 7 एयरबैग, सीट बेल्ट वॉर्निंग, ऑटोमेटिक इमरजेंसी ब्रेक जैसे कई सेफ्टी फीचर्स भी दिए हैं। हालांकि, पंत वही गलती कर बैठे जो टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री ने की थी। जिसके चलते उनकी मौत हो गई थी।
ऋषभ पंत ने तोड़ा स्पीड लिमिट का नियम
खबर है कि ऋषभ पंत कार को तय नियमों से तेज चलाने की वजह से उत्तर प्रदेश और दिल्ली में चालान कटा चुके हैं। इसके बाद भी उनसे यहां ऐसी ही गलती हुई। स्पीड के नियमों को तोड़ना कितना खतरनाक है इसका बड़ा उदाहरण 4 सितंबर को देख चुके हैं। जब मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर सड़क दुर्घटना में टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की मौत हो गई थी। उनकी मर्सिडीज GLC 200D SUV हाईवे पर ओवर स्पीड के साथ दौड़ रही थी। एक्सीडेंट से ठीक पहले उनकी कार ने 9 मिनट में 20km का सफर तय किया था। यानी उनकी स्पीड 150km/h से भी ज्यादा थी।
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देश में स्पीड लिमिट से जुड़े नियम
भारत में नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे पर चलने वाली गाड़ियों की स्पीड को लेकर अलग-अलग नियम हैं। नेशनल हाईवे पर कार के लिए जहां 100km/h की अधिकतम स्पीड लिमिट तय की गई है, तो एक्सप्रेस-वे पर ये लिमिट 120km/h की है। स्पीड लिमिट टू-व्हीलर और हैवी व्हीकल के लिए भी अलग-अलग है। टू-व्हीलर के लिए हाईवे और एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट 80km/h और हैवी व्हीकल, जैसे बस और ट्रक के लिए स्पीड लिमिट 100km/h तक है। इतना ही नहीं, सर्दी के मौसम में स्पीड लिमिट को घटा दिया जाता है।
CCTV कैमरे से होती है निगरानी
देश के लगभग सभी एक्सप्रेसवे पर ऐसे CCTV कैमरे लगाए गए हैं जो गाड़ी की स्पीड पर नजर रखते हैं। आप गाड़ी की स्पीड 120km/h से ज्यादा रखते हैं, तब अगले टोल प्लाजा पर उसके टाइम से पता चल जाता है। जिसके बाद वहां पर गाड़ी का चालान किया जा सकता है। ये चालान वैसे तो फिक्स होता है, लेकिन स्पीड के हिसाब से ज्यादा भी किया जा सकता है। जैसे यमुना एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट क्रॉस करने पर 500 रुपए का चालान लगता है। 2019 में 214km/h की स्पीड के चलने वाली मर्सिडीज पर 2000 रुपए का ई-चालान किया गया था। चालान नहीं भरने की कंडीशन में ड्राइविंग लाइसेंस कैंसल किया जा सकता है।
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पंत की कार कई सेफ्टी से लैस थी
2019 में लॉन्च हुई मर्सिडीज GLE 43 को यूरो NCAP ने हाईएस्ट 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग दी है। यूरो NCAP के अनुसार कार को एडल्ट व्यक्ति के लिए 91% और बच्चों के लिए 90% सेफ्टी रेटिंग मिली है। इस कार में सेफ्टी के लिए 7 एयरबैग, सीट बेल्ट वॉर्निंग, ऑटोमेटिक इमरजेंसी ब्रेक, अडैप्टिव ब्रेक लाइट्स, टायर-प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम और मर्सिडीज का प्री-सेफ ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन सिस्टम दिया गया है। इसके अलावा ओवर स्पीड वॉर्निंग, लेन डिपार्चर वार्निंग, इमरजेंसी ब्रेक लाइट फ्लेशिंग, हाई बीम असिस्ट, ब्लाइंड स्पॉट डिटेक्शन, लेन डिपार्चर प्रिवेन्शन, रियर क्रॉस-ट्राफिक असिस्ट, मिडल रियर थ्री-पॉइंट सीटबेल्ट, मिडल रियर हैड रेस्ट, चाइल्ड सीट एंकर पॉइंट, व्हीकल स्टेबिलिटी कंट्रोल सिस्टम, इंजन इम्मोबिलाइजर, क्रैश सेंसर, EBD, हिल डिसेंट कंट्रोल, 360 व्यू कैमरा जैसे एडवांस सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं।
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