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ओला इलेक्ट्रिक के लिए बजी खतरे की घंटी! सितंबर में मार्केट शेयर 27% रह गया, बजाज की 6 महीने में दोगुनी हुई हिस्सेदारी

  • सिंतबर में जब इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर के आंकड़े सामने आए तो इन्होंने सभी को चौंका दिया। खासकर, ये आंकड़े सेगमेंट में अब तक देश की नंबर-1 कंपनी रहने वाली ओला इलेक्ट्रिक के लिए चिंताजनक थे।

Narendra Jijhontiya मिंटThu, 3 Oct 2024 09:30 AM
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सिंतबर में जब इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर के आंकड़े सामने आए तो इन्होंने सभी को चौंका दिया। खासकर, ये आंकड़े सेगमेंट में अब तक देश की नंबर-1 कंपनी रहने वाली ओला इलेक्ट्रिक के लिए चिंताजनक थे। दरअसल, बजाज ऑटो अभी तक इलेक्ट्रिक व्हीकल की दौड़ा में काफी पीछे था। वहीं, ओला जैसे स्टार्टअप का मार्केट शेयर तेजी से बढ़ रहा था। अप्रैल में नया फाइनेशंयिल ईयर शुरू होने से पहले ओला का बाजार में हिस्सेदार लगभग दोगुनी हो चुकी थी। हालांकि, सितंबर में ओला की बिक्री गिरकर 27% पर आ गई। ये अप्रैल में 50% थी। ये पहला ऐसा मौका भी है जब ओला इलेक्ट्रिक की सेल्स 30% से नीचे रही।

ओला का मार्केट शेयर 30% से नीचे पहुंचा
ओला इलेक्ट्रिक ने पिछले तीन सालों से भारत के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बाजार पर अपना दबदबा बनाए रखा है, लेकिन सितंबर 2024 एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जा रहा है। दरअसल, पिछले 12 महीनों में पहली बार ओला की बाजार हिस्सेदारी 30% से नीचे चली गई। इससे पहले सितंबर 2023 में ऐसा हुआ था। अप्रैल 2024 तक कंपनी सभी को डोमिनेट कर रही थी। तब इसकी बाजार हिस्सेदारी 50% से अधिक हो गई थी। हालांकि, अपने हाई पर पहुंचने के बाद इसमें लगातार गिरावट भी देखी गई है। सितंबर 2024 में इसकी हिस्सेदारी 30% से कम हो गई।

बजाज ऑटो ने नया कॉम्पटीशन शुरू किया
सितंबर में एक महत्वपूर्ण बदलाव ये भी देखने को मिला कि पहली बार टॉप-3 कंपनी- ओला इलेक्ट्रिक, बजाज ऑटो और टीवीएस मोटर सभी की बाजार हिस्सेदारी 20% से 27% के बीच थी। जबकि पुराने आंकड़ों को देखा जाए तो हमेशा टॉप-2 पोजीशन पर रहने वाली कंपनियों का ही दबदबा देखने को मिला था, जबकि तीसरे नंबर पर रहने वाली कंपनी का मार्केट शेयर 20% से नीचे ही रहा। इसमें ओला हमेशा ही नंबर-1 पोजीशन पर रही। जबकि, टीवीएस मोटर कई मौक पर दूसरे नंबर पर रही। हालांकि, अब बजाज ऑटो ने नंबर-2 पोजीशन पर जाकर एक नया कॉम्पटीशन शुरू कर दिया है।

6 महीने में दोगुना हुई बजाज की हिस्सेदारी
अप्रैल 2024 में बाजार में केवल 11.5% हिस्सेदारी रखने वाली बजाज ऑटो सितंबर 2024 तक 21.5% तक पहुंच गई है, जो टीवीएस को पीछे छोड़कर भारतीय ईवी सेक्टर में दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन गई है। बजाज की अग्रेसिव ग्रोथ ओला पर भारी दबाव डाल रही है, जो देश में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की सबसे बड़ी सीरीज पेश करती है। इसके बाद भी पहली बार नए मल्टी-ब्रांड आउटलेट रिटेल की पेशकश करके अपनी बढ़त बनाए रखने के लिए दोगुना प्रयास कर रही है। कंपनी ने फेस्टिव सीजन में अपनी सेल को बढ़ाने के लिए 'BOSS' ऑफर भी शुरू किया है। जिसमें वो 50 हजार में इलेक्ट्रिक स्कूटर बेच रही है।

ग्राहकों की जरूरत के हिसाब से आग बढ़ रहे
बजाज ऑटो के कार्यकारी निदेशक राकेश शर्मा ने लाइव मिंट को बताया, "हम ईवी सेगमेंट को लीड करना चाहते हैं। हमने कॉस्ट स्ट्रक्चर सही रखा है। अप्रैल में 7,000 से 8,000 यूनिट्स की बिक्री की और अब हमारा लक्ष्य 20,000 से 25,000 यूनिट्स बेचने का है। हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हम एक मजबूत दावेदार हों। आदर्श रूप से नंबर वन रहें, लेकिन एक तगड़े कॉम्पटीरटर के तौर पर नंबर दो होना भी स्वीकार्य है। जरूरी बात यह है कि अनुयायी बनने से बचें, क्योंकि इसका मतलब है कि आपका भाग्य आपके हाथ से बाहर है।"

उन्होंने आगे बताया, "हमारे पास एक सर्टेन फाइनेंशियल फिलॉसफी है। हम इसे ग्राहक की जरूरतों के साथ संतुलित करते हैं। हम कंपनी की जरूरतों को ग्राहक की क्षमता और प्रोडक्ट के साथ अनुकूलित करते हैं। आप इसलिए प्रोडक्शन शुरू करते हैं ताकि ग्राहक जो चाहते हैं, उन विशेषताओं के साथ उन्हें पूरा किया जा सके। इसके बाद ही बाजार में आते हैं। हमने ग्राहकों की जरूरत के हिसाब से और भी अधिक किफायती प्रोडक्ट लेकर आएंगे। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर पर मिलने वाली सब्सिडी पर बाजार हमेशा निर्भर नहीं रह सकता।"

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