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Rahu mahadasha: राहु की महादशा कब देती है शुभ फल?कितने साल तक रहता है प्रभाव व उपाय

  • What is rahu mahadasha: राहु की महादशा का नाम सुनते ही लोग घबरा जाते हैं, लेकिन व्यक्ति की जन्मकुंडली में राहु की स्थिति के आधार पर ही शुभ-अशुभ फलों की प्राप्ति होती है। जानें राहु की महादशा क्या है और बचाव के उपाय

Saumya Tiwari लाइव हिन्दुस्तानTue, 10 Dec 2024 11:56 AM
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Rahu mahadasha remedies: राहु एक छाया ग्रह है। ज्योतिष में राहु को एक अशुभ या नकारात्मक ग्रह माना गया है। लेकिन राहु की महादशा जीवन में सकारात्मक प्रभाव भी डालती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु की महादशा 18 साल तक रहती है। राहु की महादशा में व्यक्ति को आर्थिक, शारीरिक व मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

राहु की महादशा के परिणाम- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नकारात्मक पक्ष की बात करें तो राहु महादशा के दौरान व्यक्ति की कल्पना के साथ खेलता है। जीवन के कई क्षेत्रों जैसे करियर, विवाह और परिवार में भम्र पैदा करता है। शारीरिक कष्ट पहुंचाता है। सकारात्मक स्तर पर राहु जातक को ज्यादा अधिकार और शक्ति प्रदान करता है। यह सरकारी क्षेत्र में लाभ और वृद्धि प्रदान करता है।

राहु किस भाव में देते हैं शुभ फल- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली में राहु 11वें भाव में हो तो शुभ फल प्रदान करते हैं। ऐसी स्थिति में राहु व्यक्ति को धन लाभ करवाते हैं। जन्मकुंडली में राहु के 10वें, 11वें और पांचवें भाव पर होने पर शुभ फल प्राप्त होते हैं। मान्यता है कि ऐसे व्यक्ति को राजयोग की प्राप्ति होती है। आठवें भाव में कष्टकारी माना गया है।

राहु की दशा में क्या करें-

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राहु की दशा में शुभ फलों के लिए व्यक्ति को दशा समाप्त होने तक पूरी तरह से सात्विक बना जाना चाहिए। राहु महादशा में सोमवार व्रत करने और भगवान शंकर की विधिवत पूजा करने से शुभ फल प्राप्त होने की मान्यता है। राहु को प्रसन्न करने के लिए शनिवार को बहते पानी में काले तिल चढ़ाने चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से राहु के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं। राहु महादशा में व्यक्ति को नियमित रूप से राहु का पौराणिक मंत्र ॐ रां राहवे नम:। तांत्रोक्त मंत्र- ऊँ ऎं ह्रीं राहवे नम:। ऊँ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:। ऊँ ह्रीं ह्रीं राहवे नम:। का जाप करना चाहिए।

इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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