Palmistry: हथेली में धन की कोठरी होने से क्या होता है? अपने हाथ में ऐसे करें चेक
आपको बता दें धन की कोठरी भाग्य रेखा, मस्तिष्क रेखा से मिलकर बनती है। जब बुध रेखा भाग्य रेखा और मस्तिष्क रेखा को काटते हैं, तो इससे बनने वाले त्रिभुज को धन कोठरी या त्रिभुज कहते हैं।
हमारे हाथ में तीन रेखाएं बहुत खास होती हैं, जो आपके भविष्य के बारे में काफी बातें बताती हैं। इन रेखाओं के जोड़ से एक ऐसा निशान बनता है, जिसे धन की कोठरी कहते हैं। धन की कोठरी का मलतब है कि ऐसे व्यक्ति के पास पैसों की कमी नहीं होगी। आपके हाथ में पैसा टिकेगा और आप हमेशा पैसा बचाकर रखने वाले होगे। आप अपने हाथ में भी आसानी से इसे चेक कर सकते हैं। इसके लिए आप नीचे दी गईरेखाओं की स्थित को समझकर आसानी से इसे समझ सकते हैं। आपको बता दें धन की कोठरी भाग्य रेखा, मस्तिष्क रेखा से मिलकर बनती है। जब बुध रेखा भाग्य रेखा और मस्तिष्क रेखा को काटते हैं, तो इससे बनने वाले त्रिभुज को धन कोठरी या त्रिभुज कहते हैं।
मस्तिष्क रेखा अंगूठे के आगे वाली उंगली निकलती है। वहीं भाग्य रेखा मणिबंध यानी कलाई के ऊपर की तरफ आती है और बुध रेखा सबसे छोटी उंगली के नीचे की तरफ होती है।
कहीं से खुली ना हो धन की कोठरी
आपको बता दें कि हस्तरेखा विशेषज्ञ के अनुसार यह धन की कोठरी यानी त्रिभुज शनि रेखा और बुध रेखा और मस्तिष्क रेखा से मिलकर बना होता है। इसलिए इस त्रिभुज को धन की कोठरी कहते हैं। लेकिन अगर ये धन की कोठरी कहीं से खुली ना हो। धन की कोठरी के कहीं से खुले होने पर व्यक्ति के पास पैसा तो आता है, लेकिन टिकता नही है। ऐसे व्यक्ति का धन खर्च होता रहता है।
इस कोठरी पर न हो कट
अगर आप की धन की कोठरी पर कोई कट होता है, या इसके अंदर कोई क्रास होता है, तो धन लाभ नहीं होता है। ऐसी स्थिति में धन की कोठरी का कोई मतलब नहीं है। ऐसे व्यक्ति के पास धन नहीं आएगा, धन खर्च हो जाएगा। इस स्थिति में धन की कोठरी नहीं कही जाएगी।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।