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Weekly Panchang 8-14 November :इस सप्ताह देवउठनी एकादशी, तुलसी विवाह के साथ बनेंगे शादी-विवाह के भी शुभ मुहूर्त

  • Weekly Panchang 8-14 November 2024 : नवंबर माह के दूसरे सप्ताह में देवउठनी एकादशी और तुलसी विवाह मनाया जाएगा। इस वीक शादी-विवाह के भी मुहूर्त हैं। आइए जानते हैं इस सप्ताह के व्रत और शुभ-अशुभ मुहूर्त...

Arti Tripathi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्ली, एस्ट्रोलॉजर नीरज धनखेरFri, 8 Nov 2024 09:35 AM
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Weekly Panchang 08-14 November : नवंबर माह का दूसरा सप्ताह व्रत और त्योहारों की दृष्टि से शुभ रहना वाला है। इस सप्ताह विवाह, गृह-प्रवेश और वाहन की खरीदारी के कई शुभ मुहूर्त बन रहे हैं। साथ ही इस वीक अक्षय नवमी, देवउठनी एकादशी, तुलसी विवाह और देव दीपावली समेत कई त्योहार मनाएं जाएंगे। इस सप्ताह केतु, राहु और बुध ग्रह नक्षत्र परिवर्तन भी करेंगे। जिसका असर मेष से लेकर मीन तक 12 राशियों पर भी होगा। देवउठनी एकादशी के दिन विष्णुजी 4 माह के बाद निद्रा योग से उठते हैं। हिंदू धर्म में इस दिन शादी-विवाह, मुंडन संस्कार, सगाई समेत सभी मांगलिक कार्यों का आयोजन शुरू होता है। आइए एस्ट्रोलॉजर नीरज धनखेर से जानते हैं इस सप्ताह का पंचांग...

इस सप्ताह शुभ मुहूर्त : वैदिक ज्योतिष में पूजा-पाठ,शादी-विवाह समेत सभी मांगलिक कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त देखना अनिवार्य माना गया है। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में किए गए कार्यों के सुखद परिणाम मिलते हैं। वहीं, अशुभ मुहूर्त में धार्मिक और मांगलिक कार्यों की शुरुआत न करने की सलाह दी जाती है।

विवाह मुहूर्त : 12 नवंबर को शाम 04:04 पीएम से लेकर शाम 07 बजकर 10 पीएम तक विवाह का शुभ मुहूर्त बन रहा है। इसके अलावा 13 नवंबर 2024 को शाम 03 बजकर 26 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 48 मिनट तक विवाह का शुभ मुहूर्त रहेगा।

गृह-प्रवेश मुहूर्त : 8 नवंबर दिन शुक्रवार को सुबह 06:38 एएम से लेकर दोपहर 12:03 पीएम तक और 13 नवंबर दिन बुधवार को दोपहर 01:01 बजे से 14 नवंबर को सुबह 03:11 मिनट तक गृह-प्रवेश कर सकते हैं।

प्रॉपर्टी खरीदने का मुहूर्त : इस सप्ताह प्रॉपर्टी की खरीदारी के लिए कोई शुभ मुहूर्त उपलब्ध नहीं है।

वाहन खरीदने का मुहूर्त :

पहला मुहूर्त : 10 नवंबर दिन रविवार को रात 09:01 पीएम से लेकर 11 नवंबर को 06:41 एएम तक

दूसरा मुहूर्त : 11 नवंबर को 06:41 एएम से सुबह 09:40 एएम तक

तीसरा मुहूर्त : 13 नवंबर को दोपहर 01:01 बजे से 14 नवंबर को सुबह 03:11 एएम तक

ग्रहों का गोचर : वैदिक ज्योतिष में ग्रहों का राशि और नक्षत्र परिवर्तन होना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है इसका मेष से लेकर मीन तक 12 राशियों पर भी पड़ता है।

केतु नक्षत्र गोचर : 10 नवंबर को रात 11:31 पीएम पर केतु उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।

राहु नक्षत्र गोचर : 10 नवंबर को रात 11:31 पीएम पर राहु उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।

बुध नक्षत्र गोचर : 11 नवंबर दिन सोमवार को बुध ग्रह ज्येष्ठ नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।

इस सप्ताह के त्योहार :

गोपाष्टमी(09 नवंबर, शनिवार): 09 नवंबर को गोपाष्टमी है। हर साल कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को गोपाष्टमी मनाई जाती है। इस दिन गाय और बछड़ों की पूजा की जाती है। मथुरा,वृंदावन में इस पर्व को लेकर काफी उत्साह का माहौल रहता है। श्रीकृष्णजी को गाय अति प्रिय है। इसलिए इस शुभ दिन पर गाय को हरा चारा खिलाना और उनकी विधिवत पूजा करना मंगलकारी माना जाता है।

अक्षय नवमी(10 नवंबर, रविवार): 10 नवंबर को अक्षय नवमी है। इस दिन विष्णुजी और आंवले के पौधे की पूजा की जाती है। प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी मनाई जाती है। इस दिन को आंवला नवमी के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि विष्णुजी और आंवले के पौधे की पूजा के साथ दान-पुण्य के कार्यों से जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।

भीष्म पंचक(11 नवंबर, सोमवार): 11 नवंबर को भीष्म पंचक है। इस दिन व्रत और धर्म-कर्म के कार्य शुभ माने जाते हैं। मान्यता है कि इससे साधक के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। भीष्म पितामह की याद में भीष्म पंचक मनाया जाता है। यह चातुर्मास के आखिरी पांच दिन कहलाते हैं।

देवउठनी एकादशी(12 नवंबर, मंगलवार) : 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी है। यह पर्व कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन चार माह बाद विष्णुजी निद्रा योग से उठते हैं। हिंदू धर्म में शादी-विवाह,सगाई समेत सभी मांगलिक कार्यों की शुरुआत इसी दिन से होती है।

तुलसी विवाह( 13 नवंबर, बुधवार) : देवउठनी एकादशी के अगले दिन तुलसी विवाह का आयोजन किया जाता है। इस साल 13 नवंबर को तुलसी विवाह है। इस दिन विष्णुजी के शालिग्राम स्वरूप का माता तुलसी से विवाह कराया जाता है। मान्यता है कि इससे जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है और वैवाहिक जीवन की परेशानियां दूर होती हैं।

बैकुंठ चतुर्दशी (14 नवंबर, गुरुवार): 14 नवंबर को बैकुंठ चतुर्दशी है। यह दिन विष्णुजी और शिवजी की पूजा-आराधना के लिए समर्पित माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन श्रीहरि विष्णु और महादेव की पूजा-आराधना करने से स्वर्ग की प्राप्ति होती है।

इस सप्ताह का राहुकाल मुहूर्त :

08 नवंबर 2024: 10:43 एएम से 12:05 पीएम तक

09 नवंबर 2024: 09:22 एएम से 10:43 एएम तक

10 नवंबर 2024: 04:09 पीएम से 05:30 पीएम तक

11 नवंबर 2024: 08:02 एएम से 09:23 एएम तक

12 नवंबर 2024: 02:47 पीएम से 04:08 पीएम तक

13 नवंबर 2024: 12:05 पीएम से 01:26 पीएम तक

14 नवंबर 2024 : 01:26 पीएम से 02:47 पीएम तक

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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