Hindi Newsधर्म न्यूज़Weekly Panchang 6-12 august: Hariyali Teej Varad Chaturthi Nag Panchami this week

Weekly Panchang 6-12 august: इस वीक भगवान शिव की पूजा के लिए स्पेशल हैं ये दो दिन

Weekly Panchang: सावन का महीना यानी भगवान शिव का महीना। इस महीने व्रत रखने और पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न हो जाते हैं। अगर आप भी शिवजी का प्रसन्नकरना चाहते हैं, तो इस वीक दो दिन पूजा के लिए खास हैं।

Anuradha Pandey नई दिल्ली लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 6 Aug 2024 10:21 PM
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सावन का महीना यानी भगवान शिव का महीना। इस महीने व्रत रखने और पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न हो जाते हैं। अगर आप भी शिवजी का प्रसन्नकरना चाहते हैं, तो इस वीक दो दिन पूजा के लिए खास हैं। इस वीक हरियाली तीज व्रत है, इस दिन सुहागिन महिलाएं अपनी पति की लंबी आयु के लिए भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करती हैं। इसके बाद अगला दिन वरद चतुर्थी है, इस दिन गणपति भगवान के लिए व्रत रखा जाता है। इसके बाद नाग पंचमी हैं। नाग पंचमी का त्योहार हर जगह अपने-अपने हिसाब से रखा जाता है। इसे मनाने के अपने रिवाज और परंपरा है। ऐसा कहा जाता है कि नागों की रक्षा के लिए पंचमी तिथि तय की गईथी। पंचमी तिथि को जो व्यक्ति नागों को गाय के दूध से स्नान कराता है उसके कुल को सभी नाग अभय दान देते हैं, उसके परिवार जनों को सर्प का भय नहीं रहता है। अगर आप भी इस वीक के किसी व्रत और त्योहार को रख रहे हैं, तो यहां तिथि कब शुरू हो रही है और कब खत्म इसे देख सकते हैं।

06 अगस्त (मंगलवार) श्रावण शुक्ल द्वितीया सायं 07.53 मिनट तक पश्चात तृतीया तिथि। गंडमूल सायं 05.44 मिनट तक। चंद्रदर्शन।

07 अगस्त (बुधवार) श्रावण शुक्ल तृतीया रात्रि 10.06 मिनट तक। मधुस्रवा-हरियाली-सिंघारा तीज। स्वर्णगौरी व्रत।

08 अगस्त (गुरुवार) श्रावण शुक्ल चतुर्थी रात्रि 12.37 मिनट तक पश्चात पंचमी तिथि। भद्रा प्रात 11.22 मिनट से रात्रि 12.37 मिनट तक। वरद् चतुर्थी। दूर्वा गणपति व्रत।

09 अगस्त (शुक्रवार) श्रावण शुक्ल पंचमी रात्रि 03.15 मिनट तक पश्चात षष्ठी तिथि। नाग पंचमी।

10 अगस्त (शनिवार) श्रावण शुक्ल षष्ठी रात्रि 05.46 मिनट (सूर्योदय पूर्व) तक पश्चात सप्तमी तिथि। श्री कल्कि जयंती।

11 अगस्त (रविवार) श्रावण शुक्ल सप्तमी (दिन-रात)। शीतला सप्तमी। गोस्वामी तुलसीदास जयंती।

12 अगस्त (सोमवार) श्रावण शुक्ल सप्तमी प्रात 07.56 मिनट तक पश्चात अष्टमी तिथि। भद्रा प्रात 07.56 मिनट से रात्रि 08.44 मिनट तक।

पं. ऋभुकांत गोस्वामी

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