Weekly Panchang 2025: इस सप्ताह मनाए जाएंगे बसंत पंचमी समेत ये व्रत-त्योहार, जानें इस वीक का शुभ-अशुभ मुहूर्त
- Weekly Panchang 31 January-1 February 2025: इस सप्ताह बसंत पंचमी रथ सप्तमी, दुर्गा-अष्टमी समेत कई व्रत-त्योहार मनाई जाएंगे। साथ ही कई ग्रहों का गोचर भी होगा। एस्ट्रोलॉजर नीरज धनखेर से जानें इस सप्ताह का पंचांग
Weekly Panchang 2025 : हिंदू धर्म में धार्मिक और मांगलिक कार्यों की शुरुआत शुभ-अशुभ मुहूर्त देखकर की जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से सभी कार्य सिद्ध होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। फरवरी माह के पहले सप्ताह में कई व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे। सप्ताह की शुरुआत में बसंत पंचमी मनाया जाएगा। बसंत पंचमी का दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना के लिए खास होता है। नए कार्यों की शुरुआत के लिए यह दिन उत्तम माना जाता है। इस सप्ताह कई बड़े ग्रहों के विशेष संयोग का निर्माभ भी होगा। कुछ ग्रह नक्षत्र परिवर्तन करेंगे। जिसका शुभ-अशुभ प्रभाव मेष से लेकर मीन तक 12 राशियों पर होगा। इस सप्ताह शादी-विवाह,गृह-प्रवेश और प्रॉपर्टी-वाहन की खरीदारी के भी कई शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं। आइए एस्ट्रोलॉजर नीरज धनखेर से जानते हैं इस सप्ताह का पंचांग...
इस सप्ताह का शुभ मुहूर्त : वैदिक ज्योतिष के अनुसार, शुभ मुहूर्त देखकर किए कार्य सकारात्मक परिणाम देते हैं और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। इसलिए नए कार्यों की शुरुआत के लिए शुभ मुहूर्त को ध्यान में रखना बेहद जरूरी माना गया है।
विवाह मुहूर्त : इस सप्ताह 2 फरवरी 2025 को सुबह 9 बजकर 14 मिनट से लेकर 03 फरवरी को सुबह 07 बजकर 08 मिनट तक विवाह का पहला शुभ मुहूर्त है। दूसरा मुहूर्त 3 फरवरी को सुबह 07 बजकर 08 मिनट से लेकर शाम 05 बजकर 40 मिनट तक है। इसके बाद 6 फरवरी 2025 को शाम 07 बजकर 29 मिनट से लेकर 07 फरवरी को सुबह 07 बजकर 06 मिनट तक विवाह का तीसरा शुभ मुहूर्त है।
गृह-प्रवेश मुहूर्त : इस सप्ताह 6 फरवरी को रात 10 बजकर 53 मिनट से 7 फरवरी को सुबह 07 बजकर 06 मिनट तक गृह-प्रवेश का शुभ मुहूर्त है।
प्रॉपर्टी खरीदने का शुभ मुहूर्त : 31 जनवरी को सुबह 04 बजकर 14 मिनट से लेकर 1 फरवरी को सुबह 07 बजकर 09 मिनट तक प्रॉपर्टी खरीदने का शुभ मुहूर्त है।
वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त : 31 जनवरी को दोपहर 01 बजकर 59 मिनट से 1 फरवरी को सुबह 04 बजकर 14 मिनट तक वाहन खरीदने का मुहूर्त है। 3 फरवरी को सुबह 07 बजकर 08 मिनट से लेकर रात 11 बजकर 16 मिनट तक वाहन खरीद सकते हैं।
ग्रहों का गोचर: वैदिक ज्योतिष के अनुसार, सभी ग्रह एक निश्चित अंतराल के बाद राशि और नक्षत्र परिवर्तन करते हैं। जिसका शुभ-अशुभ प्रभाव मेष से लेकर मीन तक 12 राशियों पर पड़ता है। इस सप्ताह भी कई ग्रह गोचर करेंगे और कुछ ग्रहों का विशेष संयोग बनेगा।
31 जनवरी को सुबह 04 बजकर 26 मिनट पर सूर्य और गुरु का खास संयोग बन चुका है।
1 फरवरी को सुबह 08 बजकर 37 मिनट पर शुक्र ग्रह उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।
2 फरवरी को सुबह 08 बजकर 51 मिनट पर शनिदेव पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में गोचर करेंगे।
4 फरवरी को सुबह 03 बजकर 19 मिनट पर बुध और गुरु का विशेष संयोग बनेगा।
6 फरवरी को सुबह 07 बजकर 57 मिनट पर सूर्य धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।
6 फरवरी को सुबह 07 बजकर 37 मिनट पर सूर्य और शनि का विशेष संयोग बनेगा।
इस सप्ताह के व्रत-त्योहार
गणेश जयंती(1 फरवरी, शनिवार) : माघ महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश जयंती मनाई जाती है। इस दिन को विनायक चतुर्थी भी कहा जाता है। यह दिन गणेशजी की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित माना जाता है। इस दिन मंदिरों में गणेशजी के लिए विशेष पूजा का आयोजन होता है। गणपति बप्पा को मोदक का भोग लगाया जाता है और उनसे सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मांगा जाता है।
बसंत पंचमी(02 फरवरी, रविवार) : माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी मनाई जाती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन देवी सरस्वती प्रकट हुई थी। इसलिए बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा-अर्चना खास मायने रखती है। मान्यता है कि ऐसा करने से मां शारदा प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को बुद्ध-विवेक और करियर में सफलता का वरदान देती है।
स्कंदा षष्ठी(03 फरवरी,सोमवार): माघ महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कंद भगवान यानी शिव-गौरी के ज्येष्ठ पुत्र कार्तिकेय भगवान की पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि इस दिन कार्तिकेय भगवान की पूजा करने से साहस और सफलता का वरदान प्राप्त होता है।
रथ सप्तमी(04 फरवरी, मंगलवार) : हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को रथ सप्तमी मनायाजाता है। इस दिन सूर्येदव की पूजा-आराधना की जाती है। मान्यता है कि रथ सप्तमी के दिन शुभ मुहूर्त में पवित्र नदी में स्नान करने और सूर्यदेव को जल अर्घ्य देने से सुख-समृद्धि और आरोग्यता का वरदान प्राप्त होता है।
भीष्म अष्टमी( 5 फरवरी,बुधवार) : माघ महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को भीष्म अष्टमी मनाई जाती है। इस दिन पितरों के आत्माशांति के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करना शुभ माना जाता है।
मासिक दुर्गाष्टमी(5 फरवरी, बुधवार) : हर माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी मनाई जाती है। यह दिन देवी दुर्गा के पूजा-अर्चना के लिए समर्पित माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन मां दुर्गा की पूजा करने से नेगेटिविटी दूर होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।
इस सप्ताह का अशुभ मुहूर्त : वैदिक ज्योतिष में राहुकाल के दौरान मांगलिक कार्यों की मनाही होती है। मान्यता है कि राहुकाल में किए गए कार्यों में विघ्न-बाधाओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए इस दौरान धर्म-कर्म समेत सभी शुभ कार्यों को शुरू करने से बचना चाहिए।
31 जनवरी 2025-11:13 एएम से 12:35 पीएम
1 फरवरी 2025- 09:52 एएम से 11:13 एएम
2 फरवरी 2025- 04:40 पीएम से 06:01 पीएम
3 फरवरी 2025- 08:30 एएम से 09:52 एएम
4 फरवरी 2025- 03:19 पीएम से 04:41 पीएम
5 फरवरी 2025- 12:35 पीएम से 01:57 पीएम
6 फरवरी 2025-01:58 पीएम से 03:20 पीएम