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5 दिसंबर को विनायक चतुर्थी, जानें पूजा के शुभ मुहूर्त, विधि व उपाय

  • Vinayaka Chaturthi 2024 Time : गुरुवार के दिन विनायक चतुर्थी का व्रत रख गणेश जी की पूजा की जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, विनायक चतुर्थी का व्रत रखने से संतान-सुख का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

Shrishti Chaubey लाइव हिन्दुस्तानWed, 4 Dec 2024 10:22 AM
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Vinayaka Chaturthi 2024: कल, गुरुवार के दिन विनायक चतुर्थी है। हर महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाता है, जो भगवान गणेश को समर्पित है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, विनायक चतुर्थी का व्रत रखने से संतान-सुख का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आइए जानते हैं विनायक चतुर्थी के दिन पूजा के शुभ मुहूर्त, विधि, चांद निकलने का टाइम, मंत्र और उपाय-

5 दिसंबर को विनायक चतुर्थी: पंचांग के अनुसार, कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि दिसम्बर 04 को प्रारम्भ होगी दोपहर 1:10 मिनट पर। तिथि का समापन 5 दिसम्बर को दोपहर 12:49 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, 5 दिसम्बर को विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा।

चांद निकलने का टाइम: दृक पंचांग के अनुसार, 5 दिसम्बर को 10:35 ए एम पर चंद्रोदय होगा। हालांकि, अलग-अलग शहरों में चांद निकलने के समय में थोड़ा अंतर हो सकता है। चंद्र दर्शन और पूजा के बाद ही व्रत सम्पूर्ण माना जाता है।

मंत्र- ॐ गणेशाय नमः

उपाय- पूजा के उपरांत चन्द्र देव को दूध का अर्घ्य दें। अर्घ्य देते समय व्रती अपनी निगाहें नीचे रखती हैं और गणेश जी के मन्त्रों का जाप कर खुशहाली की कामना करती हैं। गणेश जी की पूजा के समय अगर पति-पत्नी साथ बैठकर ‘ॐ वक्रतुण्डाय नमः मंत्रोच्चारण का जाप करते हैं, तो वह काफी शुभकारी माना जाता है।

पूजा-विधि

1- भगवान गणेश जी का जलाभिषेक करें

2- गणेश भगवान को पुष्प, फल चढ़ाएं और पीला चंदन लगाएं

3- मोदक का भोग लगाएं

4- मार्गशीर्ष विनायक चतुर्थी व्रत की कथा का पाठ करें

5- ॐ गं गणपतये नमः मंत्र का जाप करें

6- पूरी श्रद्धा के साथ गणेश जी की आरती करें

7- चंद्रमा के दर्शन करें और अर्घ्य दें

8- व्रत का पारण करें

9- क्षमा प्रार्थना करें

विनायक चतुर्थी शुभ मुहूर्त

ब्रह्म मुहूर्त-05:11 ए एम से 06:05 ए एम

प्रातः सन्ध्या- 05:38 ए एम से 07:00 ए एम

अभिजित मुहूर्त- 11:51 ए एम से 12:33 पी एम

विजय मुहूर्त- 01:56 पी एम से 02:38 पी एम

गोधूलि मुहूर्त- 05:21 पी एम से 05:49 पी एम

सायाह्न सन्ध्या- 05:24 पी एम से 06:46 पी एम

अमृत काल- 10:59 ए एम से 12:36 पी एम, 06:58 ए एम, दिसम्बर 06 से 08:33 ए एम, दिसम्बर 06

निशिता मुहूर्त- 11:45 पी एम से 12:39 ए एम, दिसम्बर 06

रवि योग- 07:00 ए एम से 05:26 पी एम

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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