Hindi Newsधर्म न्यूज़Vastu Tips to tie kalava or mauli on wrist avoid these mistakes

Vastu Tips : कलाई से मौली या कलावा कब उतारना चाहिए? वास्तु एक्सपर्ट से मौली बांधने और उतारने के नियम

  • Vastu Tips : हिंदू धर्म में मांगलिक कार्यों में मौली या कलावे को बांधना बेहद शुभ माना गया है। इसका आध्यात्मिक, मनोवैज्ञानिक और चिकित्सीय महत्व कहीं ज्यादा है, लेकिन मौली बांधने के नियमों का खास ध्यान रखना चाहिए।

Arti Tripathi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 28 Nov 2024 04:01 PM
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Tips for wearing mauli :हिंदू धर्म में मांगलिक कार्यों के दौरान मौली या कलावा बांधना बेहद शुभ माना जाता है। मौली बांधने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मौली को रक्षा सूत्र के रूप में बांधने की परंपरा तब से शुरू हुई, जब असुरों के राजा बलि की अमरता के लिए भगवान वामन ने उनकी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा था। मौली कच्चे धागे(सूत) से बनाई जाती है। यह सनातन धर्म के धार्मिक आस्था और शुभता का प्रतीक माना जाता है।, लेकिन रंग उतरता हुआ और ज्यादा पुराना कलावा पहनना अच्छा नहीं माना जाता है। वास्तु एक्सपर्ट मुकुल रस्तोगी के अनुसार, मौली बांधते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, वरना जातक को इसके नकारात्मक परिणाम भी मिल सकते हैं।

मौली बांधने के नियम:

आचार्य मुकुल रस्तोगी के अनुसार, लंबे समय तक कलावा/मौली बांधने से व्यक्ति को नकारात्मक परिणाम मिलने लगते हैं। इसलिए कलावे को 10 से 11 दिन से ज्यादा नहीं पहनना चाहिए। इसके बाद नया कलावा धारण कर सकते हैं।

वास्तु के अनुसार, एक बार कलावा उतारने के बाद दोबारा उसी कलावे को हाथ पर नहीं बांधना चाहिए। इससे लाइफ में नेगेटिविटी बढ़ती है। इसलिए उतारे हुए कलावे को नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए।

वास्तु के नियमों के अनुसार, पुरुषों और अविवाहित कन्याओं को दाएं हाथ में कलावा बांधना चाहिए। वहीं, मैरिड फीमेल्स को बाएं हाथ में कलावा बांधना चाहिए।

मान्यता है कि मंगलवार और शनिवार के दिन पुरानी मौली को उतारकर नई मौली को बांधना सही माना गया है। इसके अलावा पर्व-त्योहार,मांगलिक कार्यों और विशेष मौकों पर भी मौली बांध सकते हैं।

मौली बांधते समय इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि कलावे को केवल 3 बार ही लपेटना चाहिए।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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