Vastu Tips : घर का वास्तु दोष कैसे दूर करें? जानें 7 सरल उपाय
- Vastu Tips: वास्तु के अनुसार, घर के किचन, बाथरूम और अन्य कमरों से जुड़े कुछ गलतियों से घर में वास्तु दोष लगता है। जिसे जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन इसे कुछ सरल उपायों से दूर किया जा सकता है।
Vastu Tips: हिंदू धर्म में जीवन में सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा के संचार के लिए वास्तु के नियमों का पालन करना बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। वास्तु से जुड़ी छोटी-छोटी गलतियों से घर का वास्तु दोष बढ़ जाता है। मान्यता है कि इससे जीवन में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। पारिवारिक जीवन में कलह की स्थिति बनी रहती है। मन अशांत रहता है। सफलता के मार्ग पर अवरोध उत्पन्न होते हैं और आए दिन जीवन में कोई न कोई समस्या बनी रहती है। ऐसे में घर के कमरे, किचन, बाथरूम समेत कुछ विशेष दिशाओं में वास्तु दोषों को ठीक करने के लिए कुछ वास्तु के उपाय अपनाए जा सकते हैं। आइए जानते हैं घर का वास्तु दोष सही करने के सरल उपाय...
मुख्यद्वार पर वास्तु दोष : वास्तु के अनुसार, घर का मुख्यद्वार उत्तर-पूर्व, पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए। दक्षिण दिशा में मुख्यद्वार होना उचित नबीं माना गया है। ऐसा होने पर घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। ऐसे में संभव हो, तो घर के मुख्यद्वार की दिशा बदलने की कोशिश करें और मेनगेट पर स्वास्तिक, ऊँ और कलश का चिन्ह लगवाएं।
ईशान कोण का गंदा होना : वास्तु में घर के ईशान कोण का गंदा और बंद होना सही नहीं माना गया है। मान्यता है कि इससे धन आगमन के मार्ग में बाधा उत्पन्न होती है। इसलिए इसे साफ-सुथरा और खुला रखें।
कूड़ा-कबाड़ होना : घर में लंबे समय पड़े टूटे-फूटे और बेकार समान को घर में रखना भी वास्तु के हिसाब से सही नहीं माना गया है। मान्यता है कि इससे घर में नेगेटिविटी बढ़ती है और व्यक्ति को जीवन में कई बाधाओं का सामना करना पड़ता है।
रसोई घर का वास्तुदोष : वास्तु के नियमों के अनुसार, ईशान कोण में किचन होना सही नहीं होता है। इससे स्वास्थ्य और रिश्तों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए घर का किचन दक्षिण-पूर्व दिशा में बनवाना चाहिए।
टॉयलेट का वास्तु दोष : वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में ईशान कोण में टॉयलेट भी नहीं बनवाना चाहिए। इससे मानसिक तनाव और धन हानि की स्थिति बनती है। इसलिए पश्चिम ा दक्षिण दिशा में टॉयलेट का निर्माण करवाएं।
पूजाघर से जुड़े वास्तु दोष : वास्तु के मुताबिक, घर में पूजाघर भी गलत दिशा में होने पर जीवन में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसलिए पूजास्थल को उत्तर-पूर्व दिशा में बनवाना उचित माना गया है।
किचन और बाथरूम का आमने-सामने होना : वास्तु में किचन और बाथरूम के आमने-सामने होना भी ठीक नहीं माना गया है। मान्यता है कि इसका नकारात्मक प्रभाव स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति पर होता है। ऐसे में वास्तु दोष से बचने के लिए पर्दा लगाएं।