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Vaikuntha Chaturdashi 2024: बैकुंठ चतुर्दशी कब है? जानें सही डेट, शुभ योग और धार्मिक महत्व

  • Vaikuntha Chaturdashi 2024: हर साल देव दिवाली से एक दिन पहले बैकुंठ चतुर्दशी मनाई जाती है। इस साल 14 नवंबर को बैकुंठ चतुर्दशी है। यह दिन विष्णुजी और शिवजी की पूजा के लिए समर्पित माना जाता है।

Arti Tripathi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीMon, 11 Nov 2024 01:56 PM
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Vaikuntha Chaturdashi 2024: हिंदू धर्म में हर साल कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को बैकुंठ चतुर्दशी मनाई जाती है। इस साल 14 नवंबर को बैकुंठ चतुर्दशी मनाई जाएगी। यह दिन विष्णुजी और भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बैकुंठ चतुर्दशी के दिन विष्णुजी और शिवजी की पूजा करने से साधक को स्वर्ग की प्राप्ति होती है। अंत के समय में भगवान विष्णु के धाम बैकुंठ में स्थान मिलता है और इस दिन दान-पुण्य के कार्यों से दस यज्ञों के समान पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। बैकुंठ चतुर्दशी मात्र एक ऐसी दिन है, जब शिवजी को तुलसी और विष्णुजी को बिल्वपत्र अर्पित किया जाता है। आइए जानते हैं बैकुंठ चतुर्दशी कि सही तिथि, शुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व....

बैकुंठ चतुर्दशी कब है?

दृक पंचांग के अनुसार, दृक पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि का आरंभ 14 नवंबर को सुबह 09:43 ए एम पर शुरू होगा और अगले दिन 15 नवंबर 2024 को शाम 06 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगा। वहीं, 14 नवंबर को बैकुंठ चतुर्दशी मनाई जाएगी।

बैकुंठ चतुर्दशी पर बन रहें हैं कई शुभ योग : इस साल 3 शुभ योगों में बैकुंठ चतुर्दशी मनाई जाएगी। इस दिन सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का निर्माण हो रहा है।

सर्वार्थ सिद्धि योग - 06:35 ए एम से 12:33 ए एम, नवम्बर 15

रवि योग- 06:35 ए एम से 12:33 ए एम, नवम्बर 15

सिद्धि योग - 11:30 ए एम तक

बैकुंठ चतुर्दशी का महत्व : बैंकुठ चतुर्दशी के दिन विष्णुजी और शिवजी की पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन भगवत गीता और श्री सूक्त का पाठ किया जाता है। मान्यता है कि विष्णुजी के मंत्र और स्तोत्र का पाठ करने से साधक को बैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है।यह भी माना जाता है कि इस दिन विष्णुजी कमल के फूल से पूजा करने पर वह प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर अपना आशीर्वाद बनाए रखते हैं।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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