जानें वास्तुशास्त्र के अनुसार कैसा होना चाहिए आपका घर?

  • वास्तुशास्त्र के अनुसार घर बनवाना बहुत शुभ माना जाता है। वास्तुशास्त्र वास्तु के अनुसार सुख-शांति के लिए घर में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र में घर से जुड़े कुछ खास नियम बताए गए हैं।

Yogesh Joshi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 22 Sep 2024 03:44 PM
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वास्तुशास्त्र के अनुसार घर बनवाना बहुत शुभ माना जाता है। वास्तुशास्त्र वास्तु के अनुसार सुख-शांति के लिए घर में कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र में घर से जुड़े कुछ खास नियम बताए गए हैं। इन नियमों का पालन करने से वास्तु दोष नहीं लगता है। आइए जानते हैं कि वास्तुशास्त्र के अनुसार कैसा होना चाहिए आपका घर….

वास्तुशास्त्र के अनुसार घर का मुख्य प्रवेश द्वार उत्तर दिशा में होना चाहिए। अगर प्रवेश द्वार उत्तर दिशा में रखना संभव नहीं है तो इसे पूर्व और उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए।

वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में खिड़कियों की जगह हमेशा उत्तर व पूर्व में होनी चाहिए। घर में बड़ी से बड़ी खिड़की बनाने का प्रयास करें। 

वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में पानी के नल के लिए उत्तर या पूर्व की दिशा सबसे अच्छी मानी गई है।

वास्तुशास्त्र के अनुसार किचन के लिए दक्षिण पूर्व की दिशा सबसे शुभ मानी जाती है।

वास्तुशास्त्र के अनुसार पूजा घर उत्तर पूर्व या ईशान कोण में होना चाहिए।

वास्तुशास्त्र के अनुसार बच्चों का स्टडी रूम उत्तर पश्चिम दिशा में होना चाहिए। 

वास्तुशास्त्र के अनुसार शौचालय का पश्चिम दिशा के मध्य में होना चाहिए।

घर के सामने अस्पताल होना ठीक नहीं होता। यह नकारात्मक ऊर्जा देता है। अगर आपका घर अस्पताल के पास है तो भवन की जो भी खिड़कियां आदि उस तरफ खुल रही हों, वहां पर पर्दा लगाकर रखें।

घर में वास्तुदोष दूर करने के उपाय-

एक बगुआ दर्पण भवन के मुख्य द्वार पर इस प्रकार लगाएं कि उसका प्रतिबिंब दर्पण में पड़े। मुख्य द्वार के ऊपर चौखट पर एक अष्ट मंगल पट्टी लगाएं।

मुख्य द्वार पर एक लकड़ी की या फिर दिशा के अनुसार पत्थर की दहलीज बनवाएं।

 मुख्य द्वार पर शाम के बाद भी रोशनी का ऐसा प्रबंध करें कि सारी रात उस पर प्रकाश रहे। मुख्य द्वार के दोनों ओर एक श्वेतार्क का पौधा लगाएं।

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

 

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